अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सर्जियो गोर को भारत में अमेरिकी राजदूत बनाने की घोषणा की है। सर्जियो गोर वर्तमान अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी की जगह लेंगे। गार्सेटी का कार्यकाल हाल ही में पूरा हुआ है। और अब भारत में अमेरिकी कूटनीति की कमान गोर संभालेंगे। अभी तक बताते चले कि, वह व्हाइट हाउस में डायरेक्टर ऑफ प्रेसिडेंशियल पर्सनल के पद पर कार्यरत थे, लेकिन अब उनकी भूमिका और जिम्मेदारियां कहीं अधिक व्यापक होने जा रही हैं।
गौरतलब हैं कि, सर्जियो गोर का जन्म उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में हुआ था। उनका परिवार 1999 में अमेरिका शिफ्ट हो गया था। गोर ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई लॉस एंजेलिस में की और बाद में उन्होंने वाशिंगटन विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। छात्र जीवन के दौरान ही उनकी राजनीति में गहरी रुचि थी और वे अमेरिकी राजनीति के सक्रिय हिस्सेदार बनने लगे थे।
माना जाता है कि सर्जियो गोर फिलहाल डोनाल्ड ट्रंप के बेहद करीबी और भरोसेमंद शख्स में से एक हैं। यही वजह है कि उन्हें भारत में अमेरिका का राजदूत नियुक्त किया जा रहा है। इतना ही नहीं स्पेशल एनवॉय फॉर साउथ एंड सेंट्रल एशियन अफेयर्स की जिम्मेदारी भी उन्हें देने की तैयारी है। जिससे वह भारत ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत एशिया में रणनीतिक के तौर पर काम कर सकते हैं।
यह भी जानकारी देते चले कि, सर्जियो गोर का नाम पिछले कुछ समय में विवादों से भी जुड़ा रहा है। इससे पहले गोर पर कई प्रकार के गंभीर आरोप भी लग चुके हैं। उनके ऊपर रूसी जासूस का भी आरोप लगा, जिसको लेकर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने उन्हें सांप तक कहा था। इतना ही नहीं सर्जियो गोर पर अपने जन्मस्थान को लेकर गलत जानकारी साझा करने का भी आरोप लगा।
बता दें कि, सर्जियो गोर की नियुक्ति भारत-अमेरिका रिश्तों में एक नया अध्याय खोल सकती है। हालांकि विवादों का साया उनके साथ हमेशा जुड़ा रहा है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि वे भारत में अपने कार्यकाल को किस तरह दिशा देते हैं। ट्रंप के भरोसेमंद होने के कारण उन्हें अमेरिका की सर्वोच्च राजनीतिक ताकत का समर्थन हासिल रहेगा, लेकिन उनके कंधों पर यह जिम्मेदारी भी होगी कि वे दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।