अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने विदेशी फिल्मों पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। उन्होंने यह बयान अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर सोमवार को दिया। ट्रम्प का कहना है कि अमेरिकी फिल्म इंडस्ट्री को विदेशी कंपनियों ने “चुरा” लिया है, जिसे वे बच्चे द्वारा चॉकलेट चोरी करने की तुलना से समझाते हैं।
अमेरिका में फिल्मों के प्रोडक्शन में लगातार गिरावट आ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में 2021 के मुकाबले 2023 तक फिल्म प्रोडक्शन में 26% की गिरावट आई हैं। इसकी वजह से लॉस एंजिलिस शहर के हालात और भी खराब हैं।
टैरिफ लागू करने की प्रक्रिया अभी स्पष्ट नहीं
हालांकि ट्रम्प ने 100% टैरिफ का ऐलान किया है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह टैरिफ किस प्रकार लागू होगा। ज्यादातर फिल्मों की शूटिंग कई देशों में की जाती है। ब्रिटेन, कनाडा और अन्य देशों में फिल्म प्रोडक्शन को टैक्स में छूट दी जाती है, जिससे अमेरिकी निर्माताओं को इन देशों में प्रोडक्शन करना आकर्षक लगता है।
अमेरिका में फिल्म निर्माण में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, 2021 की तुलना में 2023 तक अमेरिकी फिल्मों के प्रोडक्शन में 26% की कमी आई है। लॉस एंजिलिस जैसे शहर, जो हॉलीवुड का केंद्र हैं, में इसका सीधा असर देखा जा रहा है।
बता दें कि, ट्रम्प ने पहले भी कई बार कहा है कि वे हॉलीवुड को बड़ा, बेहतर और मजबूत बनाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने मेल गिब्सन, जॉन वॉइट और सिल्वेस्टर स्टैलोन जैसे मशहूर अभिनेता को विशेष एंबेसडर बनाया है। उनका उद्देश्य अमेरिकी फिल्म उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में फिर से शीर्ष पर लाना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी फिल्मों पर 100% टैरिफ लगाने से वैश्विक फिल्म बाजार में अस्थिरता बढ़ सकती है। विदेशी प्रोडक्शन हाउस अमेरिका में अपनी फिल्मों को दिखाने या शूट करने में संशय महसूस कर सकते हैं। साथ ही, यह नीति हॉलीवुड में निवेश और रोजगार के अवसरों को भी प्रभावित कर सकती है।
जानकारी दे दें कि, डोनाल्ड ट्रम्प का यह कदम अमेरिकी फिल्म उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में फिर से मजबूत बनाने की रणनीति है। हालांकि, इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार, निवेश और वैश्विक फिल्म बाजार पर असर पड़ने की संभावना भी है। 100% टैरिफ नीति अमेरिकी फिल्म निर्माताओं और हॉलीवुड के लिए नए अवसर और चुनौतियों दोनों को जन्म दे सकती है।