दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से रविवार को तीन बड़ी खबरें सामने आईं। अमेरिका के पोर्टलैंड में ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ लोगों ने अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, टेक्सास में एक विमान हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। इसी बीच गाजा में एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे प्रेस की स्वतंत्रता पर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं। आइए, इन तीनों घटनाओं पर विस्तार से नज़र डालते हैं।
गाजा के गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि झड़प में शामिल गुट इजराइल से जुड़ा सशस्त्र संगठन है। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है। मंत्रालय ने आरोप लगाया कि इस गिरोह ने उन लोगों पर भी हमला किया जो दक्षिण गाजा से लौट रहे थे। अलजफरावी अपने युद्ध कवरेज के वीडियो और रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कुछ समय पहले बताया था कि उन्हें इजराइल की ओर से धमकियां मिल रही थीं और वे लगातार डर में जी रहे थे। अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 270 से ज्यादा पत्रकार गाजा में मारे जा चुके हैं।
पोर्टलैंड में ‘नेकेड बाइक राइड’ के जरिए ट्रम्प विरोध
अमेरिका के ओरेगन राज्य के पोर्टलैंड शहर में रविवार को सैकड़ों लोगों ने ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ विरोध दर्ज करने के लिए सड़क पर उतरकर एक अनोखी रैली निकाली। इस रैली का नाम था — ‘वर्ल्ड नेकेड बाइक राइड’, जो कि हर साल आयोजित की जाती है। हालांकि, इस बार इसका मकसद सिर्फ जागरूकता नहीं, बल्कि ट्रम्प सरकार के नेशनल गार्ड भेजने के फैसले का विरोध था।
डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में पोर्टलैंड में चल रहे प्रदर्शनों को नियंत्रित करने के लिए नेशनल गार्ड भेजने की घोषणा की थी। इस फैसले से स्थानीय लोगों में नाराजगी फैल गई। लोग इसे शहर की स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों में दखल मान रहे हैं।
गाजा में पत्रकार की गोली मारकर हत्या, प्रेस स्वतंत्रता पर खतरा
गाजा पट्टी से रविवार को एक बेहद दुखद खबर आई। 28 वर्षीय फिलिस्तीनी पत्रकार सालेह अलजफरावी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना गाजा सिटी के सबरा इलाके में हुई, जब वे वहां चल रही झड़प की रिपोर्टिंग कर रहे थे।
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, झड़प हमास और इजराइल समर्थक एक सशस्त्र गुट के बीच हुई। अलजफरावी संघर्ष की कवरेज कर रहे थे, तभी गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उनका शव “प्रेस” लिखी जैकेट पहने एक ट्रक के पीछे पड़ा मिला।
बता दें कि. दुनिया तेजी से बदल रही है, लेकिन नागरिक स्वतंत्रता, सुरक्षा और अभिव्यक्ति की आजादी जैसे बुनियादी मूल्य अभी भी संघर्ष का केंद्र बने हुए हैं। अमेरिका से लेकर गाजा तक — ये घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि आधुनिक समाज को न केवल तकनीकी बल्कि नैतिक और मानवीय दृष्टि से भी मजबूत होने की जरूरत है।