अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापारिक तनाव एक बार फिर नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि अगर वह 1 नवंबर तक व्यापार समझौता नहीं करता, तो उसे 155% तक के टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।
जिनपिंग से होने वाली मुलाकात पर ट्रम्प की नजर
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बताया कि वे जल्द ही दक्षिण कोरिया में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। ट्रम्प ने उम्मीद जताई कि यह मुलाकात “दोनों देशों के लिए एक लाभदायक सौदा” साबित होगी।
“हमारे बीच अच्छे संबंध हैं और मुझे लगता है कि हम ऐसा समझौता करेंगे जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा। मैं चाहता हूं कि वे हमारा सोयाबीन खरीदें। यह दोनों देशों और पूरी दुनिया के लिए शानदार होगा,”
रेयर अर्थ मटेरियल्स पर चीन का नया नियम
ट्रम्प के बयान से ठीक पहले चीन ने रेयर अर्थ मटेरियल्स के निर्यात पर नए प्रतिबंध लागू किए हैं। इन नियमों के तहत, अब कोई भी कंपनी अगर चीन से रेयर मटेरियल खरीदकर दूसरे देशों को बेचना चाहती है, तो उसे चीनी सरकार से लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा।
चीन के पास दुनिया के 17 दुर्लभ खनिज (रेयर अर्थ मटेरियल्स) हैं, जिन्हें वह दुनिया को निर्यात करता है। इनका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक सामान, EVs और डिफेंस सेक्टर में होता है। चीन ने पहले से 7 दुर्लभ खनिजों पर कंट्रोल कर रखा था, लेकिन 9 अक्टूबर को इसमें 5 और (होल्मियम, एर्बियम, थुलियम, यूरोपियम और यटरबियम) जोड़ दिए गए।
यानी कि चीन का 17 में से 12 दुर्लभ खनिजों पर कंट्रोल हो गया है। इनके इस्तेमाल से पहले चीन से एक्सपोर्ट लाइसेंस लेना जरूरी होगा। इस कदम से अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की सुरक्षा और उद्योग पर असर पड़ सकता है, क्योंकि चीन दुनिया की 70% दुर्लभ खनिज आपूर्ति और 90% प्रोसेसिंग कंट्रोल करता है।
बता दें कि, चीन वर्तमान में दुनिया की 70% रेयर अर्थ सप्लाई और 90% प्रोसेसिंग क्षमता को नियंत्रित करता है। इन खनिजों की अहमियत इतनी है कि इनके बिना आधुनिक तकनीक, सैन्य उपकरण और ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स अधूरे हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों – जापान, दक्षिण कोरिया और यूरोपीय संघ – ने इस कदम पर चिंता जताई है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि चीन ने रेयर अर्थ सप्लाई को सीमित किया तो इसका असर न सिर्फ टेक्नोलॉजी सेक्टर पर पड़ेगा, बल्कि वैश्विक रक्षा और ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला भी प्रभावित होगी।