मुंबई महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा और ऐतिहासिक मोड़ सामने आ रहा है। करीब 20 साल बाद ठाकरे परिवार के दो प्रमुख चेहरे—उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे—एक बार फिर एक मंच पर साथ आते नजर आ रहे हैं। लंबे समय से अलग-अलग राजनीतिक राह पर चल रहे दोनों भाई अब आगामी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव को लेकर गठबंधन का ऐलान करने जा रहे हैं। यह खबर सामने आते ही राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है और इसे महाराष्ट्र की राजनीति का सबसे बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है।
जानकारी दे दें कि, घोषणा का समय: दोपहर 12 बजे मुंबई के वर्ली (होटल ब्लू सी या इसी तरह की जगह) में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, जहां सीट-शेयरिंग फॉर्मूला भी बताया जाएगा।शुरुआत: ऐलान से पहले दोनों नेता शिवाजी पार्क में बालासाहेब ठाकरे के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं (जैसा कि ANI और अन्य सोर्सेज से लाइव अपडेट्स में दिख रहा है)।सीट-शेयरिंग: सूत्रों के मुताबिक BMC की 227 सीटों में से शिवसेना (UBT) को 145-150 सीटें, MNS को 65-70 सीटें मिलेंगी। कुछ सीटें NCP (शरद पवार गुट) को भी दी जा सकती हैं।
बता दें कि, बृहन्मुंबई महानगरपालिका देश की सबसे अमीर नगर निगमों में से एक है। इसका बजट कई राज्यों के बजट के बराबर माना जाता है। लंबे समय तक BMC पर शिवसेना का वर्चस्व रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदले हैं। शिवसेना के विभाजन, भाजपा की आक्रामक रणनीति और विपक्ष की कमजोरी के कारण BMC चुनाव बेहद दिलचस्प हो गए हैं।
हम आपको बता दें कि, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि वे अपने-अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को एक साझा मंच पर कैसे लाते हैं। वैचारिक मतभेद, नेतृत्व की भूमिका और सीट बंटवारे जैसे मुद्दे इस गठबंधन की असली परीक्षा होंगे। साथ ही, यह देखना भी अहम होगा कि यह गठबंधन केवल BMC चुनाव तक सीमित रहता है या भविष्य में विधानसभा और लोकसभा चुनावों तक विस्तार पाता है।
