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पटना बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के अंतिम चरण के मतदान के बाद अब पूरा राज्य नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। इस बीच सभी प्रमुख चैनलों और सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ गए हैं। इन एग्जिट पोल्स में ज्यादातर में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) को स्पष्ट बहुमत मिलते हुए दिखाया गया है। हालांकि, एक सर्वे में मुकाबला बेहद कांटे का बताया गया है, जिससे 14 नवंबर को आने वाले वास्तविक नतीजों में रोमांच और बढ़ गया है।

वहीं, अब तक के सभी एग्जिट पोल के विपरीत, एक्सिस माई इंडिया ने भविष्यवाणी की है कि बिहार में एनडीए बहुमत के आंकड़े से भी पीछे रह सकता है। सर्वेक्षणकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि एनडीए 121 से 140 सीटें जीतेगा, महागठबंधन 98-118 और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी शून्य से दो के बीच सीटें जीतेगी।

महिलाओं और युवाओं ने तय किया वोटिंग ट्रेंड

इस बार बिहार चुनाव में महिलाओं की भागीदारी ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। राज्य के चुनाव आयोग के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने लगभग 6 प्रतिशत अधिक मतदान किया। यह फैक्टर एनडीए के पक्ष में माना जा रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की योजनाएं—जैसे मुख्यमंत्री साइकिल योजना, कन्या उत्थान योजना और लड़कियों की शिक्षा पर फोकस—महिलाओं में लोकप्रिय रही हैं।

इस बार बिहार के मतदाताओं ने दो स्पष्ट विकल्पों में से एक को चुना है—विकास की निरंतरता या बदलाव की राजनीति। जहां एनडीए “संपन्न बिहार, सशक्त बिहार” का नारा दे रही थी, वहीं महागठबंधन “नौकरी और बदलाव” के मुद्दे पर केंद्रित रहा।ग्राउंड रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्रामीण इलाकों में एनडीए की पकड़ अभी भी मजबूत है, जबकि शहरी और अर्ध-शहरी सीटों पर विपक्ष ने चुनौती दी है। नतीजे आखिरकार यह बताएंगे कि जनता ने नीतीश कुमार पर फिर भरोसा जताया है या बदलाव का मन बनाया है।

बता दें कि, एग्जिट पोल्स ने बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने की संभावना को मजबूत किया है, लेकिन एक्सिस माई इंडिया के सर्वे ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। अब 14 नवंबर को साफ होगा कि इन अनुमानों में कितनी सटीकता है और जनता ने अंततः किसके पक्ष में फैसला सुनाया है।

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