गुवाहाटी: असम की राजनीति, संगीत- जगत और सार्वजनिक भावनाओं में कल एक बड़ा तहलका मच गया, जब हिमंता बिस्वा सरमा ने विधानसभा में घोषणा की कि प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग की मौत कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि “साफ-साफ मर्डर” है। उन्होंने कहा कि एक आरोपी ने जुबीन की जान ली है और बाकियों ने उसकी मदद की। इस खुलासे के बाद मामले की गंभीरता एवं आगे की जांच पर सभी की नजरें टिकी हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को विधानसभा में बताया कि सिंगर जुबीन गर्ग की मौत कोई हादसा नहीं, बल्कि हत्या थी। सरमा ने कहा कि यह गैर इरादतन हत्या या आपराधिक साजिश नहीं, बल्कि साफ-साफ मर्डर था। CM ने दावा किया कि एक आरोपी ने सिंगर की
घटना और प्रारंभिक जानकारियाँ
जुबीन गर्ग का निधन 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में हुआ था, जब उन्हें समुद्र में तैरते समय घातक स्थिति का सामना करना पड़ा था। सिंगापुर प्रशासन ने शुरुआत में इसे ‘डूबने की दुर्घटना’ बताया था। लेकिन राज्य सरकार और समीक्षा की गई रिपोर्टों के बाद यह स्पष्ट हुआ कि मामला बहुत सरल “हादसे” वाला नहीं है।
सीएम ने विधानसभा में बताया कि प्रारंभिक जांच में असम पुलिस ने महसूस किया कि यह सिर्फ आपराधिक लापरवाही या गैर-इरादतन हत्या (culpable homicide) जैसा मामला नहीं है, बल्कि सीधे हत्या (murder) है। इसलिए तीन दिन के भीतर ही मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (मर्डर) जोड़ी गई।
बता दें कि, यह मामला सिर्फ एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है बल्कि असम के संगीत-संसार और सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य में एक बड़ा सवाल खड़ा करता है: कैसे इतना प्रतिष्ठित कलाकार विदेशी देश में एक समुंदर में तैरते-समय मर जाता है, और मरते ही मामले की प्रकृति बदल जाती है? असम सरकार ने इसे «मर्डर» का दर्जा दे कर एक स्पष्ट संदेश दिया है कि राज्य में किसी को भी संरक्षण नहीं मिलेगा। जांच अब तेज गति से आगे बढ़ेगी और देश की आंखें इसपर जमी रहेंगी।
