अमेरिका में एक बार फिर आर्थिक संकट के संकेत तेज़ हो गए हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) के नाम पर पिछले कुछ वर्षों में जिस तेजी से निवेश हुआ था, अब वही सेक्टर बाजार में बड़ी गिरावट का कारण बनता दिखाई दे रहा है। AI बबल (AI Bubble) अब फूटने लगा है। अमेरिका में AI आधारित कंपनियों में भारी छंटनी हो रही है, निवेशकों के अरबों डॉलर डूब रहे हैं और शेयर बाजार में तगड़ी बिकवाली देखी जा रही है।
AI कंपनियों में हाई वैल्यूएशन से शुरू हुआ जोखिम
पिछले दो सालों में AI सेक्टर ने दुनिया भर के निवेशकों को आकर्षित किया। ChatGPT, Gemini, Copilot और Claude जैसे टूल्स ने जबरदस्त चर्चा बटोरी। निवेशकों ने इन कंपनियों में “भविष्य की तकनीक” के नाम पर अरबों डॉलर झोंक दिए।
लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह तेजी वास्तविक लाभ (Real Profit) पर आधारित नहीं थी, बल्कि उम्मीदों पर खड़ी थी। अब जब ब्याज दरें बढ़ रही हैं और निवेश महंगा हो गया है, तो वही उम्मीदें धराशायी हो रही हैं।
AI सेक्टर में छाई यह मंदी बताती है कि किसी भी तकनीक का बूम हमेशा के लिए नहीं होता। निवेशकों को अब समझ आ रहा है कि केवल “इनnovation” काफी नहीं, बल्कि स्थायी बिजनेस मॉडल और वास्तविक लाभ भी उतने ही जरूरी हैं।अमेरिका में AI बुलबुले के फूटने से जहां बाजार हिल गया है, वहीं यह पूरी दुनिया के लिए एक सबक है —
कि तकनीक पर आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत आधार पर खड़ा करना ही दीर्घकालिक स्थिरता की कुंजी है।
