SIR West Bengal: पश्चिम बंगाल में एसआईआर के मुद्दे पर अब विमर्श शुरू हो गया है। सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है. भाजपा का कहना है कि बांग्लादेशी नागरिकों का पलायन उनके दावे को सच साबित कर रहा है, तो तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि एसआईआर को सही ठहराने के लिए रचा गया नाटक है।
SIR West Bengal: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 से पहले होने वाले एसआईआर की वजह से बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिक अपने देश लौट रहे हैं. भारत-बांग्लादेश की हकीमपुर सीमा पर जमे बांग्लादेशियों में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो 10-15 साल पहले दलालों की मदद से भारत में घुस आये. कहीं प्लास्टिक टांगकर उसमें रहने लगे. दलालों की मदद से आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र भी बनवा लिये. अब जब दो दशक बाद भारत में एसआईआर शुरू हुआ।
बता दें कि, पश्चिम बंगाल के हकीमपुर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से बांग्लादेशी अवैध प्रवासियों के अपने देश लौटने के मामले में राजनीतिक वाकयुद्ध तेज हो गया है. मतदाता सूची को सुधारने के लिए शुरू किये गये अभियान और घुसपैठ पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गये हैं।
