पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर आवास विवाद ने तूल पकड़ लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास को खाली करने की प्रक्रिया पर जदयू (जनता दल यूनाइटेड) ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने न केवल रात के अंधेरे में गमले ले जाने पर सवाल उठाए हैं, बल्कि आवास में कई तहखाने होने की आशंका जताते हुए सरकार से इसकी खोदाई कराने की मांग की है।
जदयू ने इस घटना को लेकर तीखा हमला बोला है। नीरज कुमार ने कहा, “आवास खाली करने की प्रक्रिया नियमानुसार है, लेकिन सरकारी साजो-सामान में कोई क्षति अनैतिक है। उद्यान विभाग द्वारा दिए गए गमले और पौधे कैसे ले जा रहे हैं? आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पास संपत्तियों की शृंखला है, आवास की कोई कमी नहीं। फिर भी रात के अंधेरे में यह सब क्यों हो रहा है?”
बता दें कि, इस विवाद की पृष्ठभूमि बिहार की राजनीति में लालू परिवार और नीतीश कुमार के बीच लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी से जुड़ी है। लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी ने 1990 से 2005 तक बिहार पर शासन किया था, जब राज्य में ‘जंगल राज’ का आरोप लगता था। 2005 में नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद लालू परिवार पर कई जांचें और मुकदमे चले, जिसमें चारा घोटाला प्रमुख है। 10 सर्कुलर रोड आवास लालू परिवार का प्रतीक रहा है, जहां से उन्होंने राजनीतिक रणनीतियां बनाईं।
कुल मिलाकर, 10 सर्कुलर रोड विवाद बिहार की राजनीति का नया अध्याय है, जहां आरोप-प्रत्यारोप से ज्यादा संगठित राजनीतिक रणनीति नजर आ रही है। सरकार की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यदि जांच हुई, तो यह लालू परिवार के लिए नई मुश्किलें पैदा कर सकता है।
