भारत के अहमदाबाद शहर में गुरुवार को एक भीषण विमान हादसा हुआ, जिसमें एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 क्रैश हो गई। यह विमान बोइंग 787 ड्रीमलाइनर था और सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। फ्लाइट में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें 60 विदेशी नागरिकों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं।
गुरुवार को एक भीषण विमान हादसा हुआ, जिसमें एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 क्रैश हो गई फ्लाइट में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें 60 विदेशी नागरिकों की मौत की पुष्टि हो चुकी है मृतकों में 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस दुर्घटना को “प्लेन हादसों के इतिहास की सबसे भयानक घटनाओं में से एक” करार दिया। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने संसद में घटना को लेकर गहरी चिंता जताई और कहा कि लंदन आ रहे इस विमान की तस्वीरें और वीडियो बहुत डरावने हैं। उन्होंने पुष्टि की कि ब्रिटिश विदेश विभाग की एक टीम भारतीय अधिकारियों की जांच में सहयोग के लिए भारत भेजी ।
गुजरात के मुख्यमंत्री और भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भी हालात पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। दुर्घटना में मारे गए विदेशी नागरिकों के शवों को उनके देशों में भेजने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
हादसे में सिर्फ एक ब्रिटिश नागरिक के जीवित बचने की खबर है, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है और उसे अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।हादसा इतना भयानक थाल कि हर कोई डर गया ये कहना गलत नही होगा कि, ये बहुत बड़ा हादसा थाजिसमे बहुत सारे लोगें ने अपनी जाान गवाईऔर कई लोग घायल हो गएहादसे कई परिवार की खूसिया उजर गईकईपरिवार बरबाद हो गएइसि लिएकहते है एक दिन का भरोसा नही हाता वही है जो इश्वर ने तय किया हैं सबको अपना कर्म करना चाहिए ।
अहमदाबाद में हुआ यह हादसा केवल एक तकनीकी त्रुटि नहीं, बल्कि एक वैश्विक मानवीय त्रासदी बन गया है। दुनियाभर से आई संवेदनाओं और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं से यह साफ है कि इस हादसे की निष्पक्ष और गहन जांच की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।