गुजरात के अहमदाबाद में हाल ही में हुए विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक घटना में बड़ी संख्या में लोगों की जान गई, जिसे लेकर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस दुखद हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान इस हादसे में जान गंवाने वाले सभी व्यक्तियों के प्रति संवेदना प्रकट की और दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, “अहमदाबाद का विमान हादसा केवल देश ही नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए पीड़ादायक है। राज्य सरकार की संवेदनाएं इस कठिन समय में मृतकों के परिजनों के साथ हैं।”
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि इस हादसे में उत्तराखंड के किसी नागरिक की मृत्यु या चोट हुई हो, तो उसकी पहचान कर परिवार को तत्काल सहायता प्रदान की जाए। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह पीड़ित परिवारों को शीघ्र आर्थिक सहायता और मनोवैज्ञानिक सहयोग उपलब्ध कराए।
गौरतलब है कि यह हादसा उस समय हुआ जब एयर इंडिया की एक फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन की ओर रवाना हो रही थी। फ्लाइट टेक-ऑफ के कुछ ही मिनटों बाद तकनीकी खराबी के कारण वह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। फ्लाइट में 242 यात्री सवार थे, जिनमें से 265 लोगों की जान चली गई – यह आंकड़ा विमान में मौजूद स्टाफ और ग्राउंड क्रू को मिलाकर बताया गया है।
इस हादसे के बाद एक बार फिर भारत में विमान सुरक्षा और तकनीकी निरीक्षण प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। विपक्षी दलों ने सरकार से मांग की है कि पूरे विमानन क्षेत्र की तकनीकी ऑडिट करवाई जाए और पुराने विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाए।
पूरे देश में शोक की लहर
इस हादसे की खबर सामने आने के बाद से सोशल मीडिया पर लोगों ने अपने-अपने तरीके से संवेदनाएं व्यक्त कीं। देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों, फिल्मी हस्तियों, खिलाड़ियों, और आम नागरिकों ने ट्विटर, फेसबुक व अन्य माध्यमों से शोक संदेश साझा किए।
गौरतलब है कि यह हादसा उस समय हुआ जब एयर इंडिया की एक फ्लाइट अहमदाबाद से लंदन की ओर रवाना हो रही थी। फ्लाइट टेक-ऑफ के कुछ ही मिनटों बाद तकनीकी खराबी के कारण वह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। फ्लाइट में 242 यात्री सवार थे, जिनमें से 265 लोगों की जान चली गई – यह आंकड़ा विमान में मौजूद स्टाफ और ग्राउंड क्रू को मिलाकर बताया गया है।
हादसे के बाद की स्थिति
सरकारी सूत्रों के अनुसार, घटनास्थल पर NDRF और राज्य आपदा राहत बल की टीमें तुरंत पहुंची और राहत एवं बचाव कार्यों में जुट गईं। घायलों को तुरंत सिविल अस्पताल अहमदाबाद और अन्य नजदीकी चिकित्सा संस्थानों में भर्ती कराया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं अहमदाबाद पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और अधिकारियों को हरसंभव सहायता के निर्देश दिए।
विमानों की सुरक्षा पर उठा प्रश्नचिह्न
इस हादसे के बाद एक बार फिर भारत में विमान सुरक्षा और तकनीकी निरीक्षण प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। विपक्षी दलों ने सरकार से मांग की है कि पूरे विमानन क्षेत्र की तकनीकी ऑडिट करवाई जाए और पुराने विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाए।