केरल में मादा हाथी की मौत का मामला अभी थमा नहीं था कि एक बार फिर दूसरी हथिनी की मौत हो गई। इस हथिनी के जबड़े में फ्रैक्चर मिला है। मगर मौत किन कारणों से हुई है इस बात पता नहीं चल पाया है। वन विभाग के अधिकारी इस पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं।
वन विभाग के अधिकारियों को ये मादा हाथी पठानपुरम के जंगलों में एक जलधारा के पास मिली थी। अधिकारियों की माने तो वो बहुत कमजोर थी। उसे दवाई और खाना भी देने की कोशिश की गई मगर वो चक्कर खाकर गिर पड़ी। फिलहाल केरल में लगातार हाथियों की हो रही मौत ने पूरे देश का ध्यान खिंचा है। ये घटनाएं कई सवाल भी खड़े कर रही है कि आखिर वन विभाग की टीमें क्या कर रहीं थी। आखिकार जब हथिनी महीने भर से घायल थी तो किसी का ध्यान हथिनी पर क्यों नहीं गया।

आपको याद होगा हाल हीं केरल के मल्लपुरम से इंसानियत को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई थी। यहां एक गर्भवती मादा हथिनी खाने की तलाश में जंगल के पास वाले गांव पहुंच गई, लेकिन वहां शरारती तत्वों ने अनन्नास में पटाखे भरकर हथिनी को खिला दिया था। जिससे उसका मुंह और जबड़ा बुरी तरह से जख्मी हो गया था। विस्फोटक से उसके दांत भी टूट गए थे। इसके बाद भी मादा हथिनी ने गांव में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया और वो वेलियार नदी पहुंच गई थी। जहां तीन दिन तक पानी में मुंह डाले खड़ी रही और इलाज के अभाव में हथिनी और गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई।
मामला इतना गंभीर और इंसानियत को झकझोर देने वाला था पूरे हिंदुस्तान का ध्यान इस घटना ने खिंचा। इस घटना के बाद केंद्र सरकार ने केरल सरकार से जवाब मांगा है।