बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का आखिरकार ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि इस बार बिहार में दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को कराई जाएगी। इसके बाद 14 नवंबर को मतगणना होगी और उसी दिन यह तय हो जाएगा कि बिहार की सत्ता पर किसका कब्जा होगा।
बता दें कि इससे पहले बीते रोज पटना में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने कहा था कि बिहार में चुनाव 22 नवंबर से पहले होंगे।
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं, जिनमें 2 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) और 38 सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं। मौजूदा समय में सत्ता संतुलन कड़ा मुकाबला दिखा रहा है।
एनडीए (NDA) के पास इस समय कुल 131 सीटें हैं। इसमें भाजपा (BJP) की 80 सीटें, जनता दल (यूनाइटेड) यानी जेडी(यू) की 45 सीटें और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) की 4 सीटें शामिल हैं। साथ ही 2 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी एनडीए के साथ है।
पिछली बार का चुनाव और बदलता समीकरण
पिछले विधानसभा चुनाव में भी मुकाबला त्रिकोणीय था, लेकिन एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए सरकार बनाई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी इस सरकार को भाजपा का मजबूत साथ मिला। हालांकि, पांच साल के कार्यकाल के दौरान कई उपचुनाव भी हुए, जिनमें कुछ सीटों पर समीकरण बदले। वहीं, कई विधायक दल बदलकर एक से दूसरी पार्टी में शामिल हुए, जिससे विधानसभा में संख्याबल में आंशिक बदलाव देखने को मिला।
बता दें कि, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 लोकतंत्र का बड़ा उत्सव होने वाला है। चुनाव आयोग की सख्त तैयारियों, नई गाइडलाइंस और सुरक्षा व्यवस्था से यह साफ है कि इस बार पारदर्शिता और निष्पक्षता पर खास जोर रहेगा। अब देखना होगा कि 14 नवंबर को मतगणना के दिन जनता किस पर विश्वास जताती है और बिहार का भविष्य किसके हाथों में सौंपती है।
