बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर महागठबंधन में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। महागठबंधन की सीटों के बंटवारे को लेकर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बागी तेवर अपना लिए हैं। कांग्रेस और अन्य गठबंधन दलों के बीच चल रही सीटों की खींचतान ने राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सहनी के बागी तेवर का मतलब सिर्फ सीटों पर असहमति नहीं है, बल्कि यह महागठबंधन में नेतृत्व और सत्ता-साझेदारी को लेकर चल रही जटिलता का संकेत भी है। VIP की मांगें महागठबंधन के लिए चुनौतीपूर्ण हैं क्योंकि उपमुख्यमंत्री पद और 60 सीटों की मांग संतुलन बिगाड़ सकती है।
वही, महागठबंधन में सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका था, लेकिन कांग्रेस की ओर से कुछ सीटों पर देरी ने समस्या खड़ी कर दी। तेजस्वी यादव ने बीच का रास्ता निकालते हुए 18 सीटों की पेशकश की, लेकिन सहनी को लगातार संदेश न मिलने के कारण स्थिति जटिल बनी रही।
सूत्रों की माने तो कांग्रेस के एक बड़े नेता का फोन सहनी को आया और उनसे कुछ घंटों की मोहलत मांगी गई। जिसके बाद सहनी ने 12 बजे से बुलाई गई अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय बढ़ाकर चार बजे कर दिया है। सूत्रों की माने तो सहनी को मनाने की कोशिश की जा रही है। अब देखना यह होगा कि सहनी का निर्णय क्या होता है और अंतिम समय में उनकी झोली में क्या और कितना गिरने वाला है।