बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान से पहले सियासी सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच चुकी है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज से बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आज दो बड़ी जनसभाओं को संबोधित करेंगे — पहली पटना के दानापुर में और दूसरी सहरसा में।
एनडीए प्रचार अभियान में योगी की भूमिका सबसे अहम
भाजपा नेतृत्व ने बिहार चुनाव के लिए योगी आदित्यनाथ को स्टार प्रचारकों की सूची में सबसे ऊपर रखा है।
योगी अगले कुछ हफ्तों में 20 से अधिक जनसभाएं करने वाले हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, उनकी लोकप्रियता और भाषण शैली बिहार के ग्रामीण इलाकों में भी असर डालती है।
योगी आदित्यनाथ न सिर्फ भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरते हैं बल्कि वे अपने भाषणों में सरकार की उपलब्धियों को ठोस तथ्यों के साथ पेश करते हैं। कानून-व्यवस्था, विकास और हिंदुत्व जैसे विषय उनके भाषणों की प्रमुख धारा होते हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बिहार में एनडीए की चुनावी रणनीति में योगी की रैलियां निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं।
भाजपा प्रत्याशियों के लिए मनोबल बढ़ाने का मौका
भाजपा के कई प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ के दौरे का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
दानापुर, सहरसा, मुजफ्फरपुर, गया, और पूर्णिया जैसे क्षेत्रों में प्रत्याशियों ने पार्टी नेतृत्व से योगी की जनसभा कराने की विशेष मांग की थी।
उनका कहना है कि योगी की लोकप्रियता ग्रामीण क्षेत्रों में भी बहुत अधिक है और उनकी रैलियां मतदाताओं में विश्वास और जोश बढ़ाती हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के इस चरण में योगी आदित्यनाथ का दौरा भाजपा के लिए एक बड़ा राजनीतिक हथियार साबित हो सकता है। उनकी आक्रामक प्रचार शैली, सशक्त छवि और संगठनात्मक मजबूती से एनडीए को बिहार में नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है। दानापुर और सहरसा की रैलियां उनके अभियान की शुरुआत हैं, जो आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति की दिशा तय कर सकती हैं।