लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मतांतरण (धर्म परिवर्तन) के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपना सख्त रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि समाज के स्वरूप को बदलने की जो साजिशें रची जा रही हैं, उसे साकार नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे मामलों पर पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है और समाज को भी सजग रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने इस बात की चिंता भी जताई और आरोप भी लगाया कि लगातार योजनाबद्ध तरीके से हिंदू युवतियों को निशाना बनाया जा रहा है और अनुसूचित जाति के लोगों को लालच और भय के जरिए धर्म बदलने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो संविधान और सामाजिक समरसता के खिलाफ है। इस बात को कभी लोकतांत्रिक देश में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर प्रकाश डालने के साथ मतांतरण में लिप्त लोगों सतर्क रहने की सलाह देने के साथ सरकार की प्राथमिकता की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में धर्मातंरण की साजिशें हो रही हैं जिसकी जानकारी प्रदेश सरकार को है और उससे निपटने की भी पूरी तैयारी है। प्रदेश सरकार मतांतरण के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है।
महिलाओं और युवतियों को निशाना बनाने पर चिंता
मुख्यमंत्री ने विशेष तौर पर हिंदू युवतियों को निशाना बनाए जाने के मामलों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह न केवल सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने का प्रयास है बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा के लिए भी चुनौती है। उन्होंने समाज से अपील की कि वे अपनी बहन-बेटियों को जागरूक करें और ऐसी किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें ताकि समय पर कार्रवाई हो सके।
बता दें कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह बयान देश में धर्मांतरण को लेकर बढ़ती चिंता और इस पर सरकार की कड़ी कार्रवाई की झलक देता है। उन्होंने न केवल सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर की बल्कि समाज से भी अपील की कि वे सजग रहें और अपनी जिम्मेदारी निभाएं। उन्होंने गुरु तेग बहादुर के बलिदान का स्मरण करते हुए कहा कि सामाजिक सौहार्द और आस्था की रक्षा हर नागरिक का कर्तव्य है। संदेश यात्रा के जरिए यह संदेश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे, यही इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य है।