वायरल वीडियो की पुष्टि के लिए हमने वीडियो की बारीकी से पड़ताल की। एक बार फिर हमने वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल लेंस के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो बीजेपी सिलीगुड़ी के आधिकारिक एक्स हैंडल में मिला। जिसे नवंबर 22, 2022 को अपलोड किया गया था। पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि, “स्कूल के बच्चों ने सिलिगुड़ी में टीएमसी की रैली को देखकर “बीजेपी ज़िंदाबाद” के नारे लगाए। वे तो सिर्फ स्कूल के बच्चे हैं, किसी ने उन्हें नारे लगाना नहीं सिखाया है, और उनकी अभी वोट देने की उम्र भी नहीं हैं।
‘वोट चोरी’ मुद्दे की वास्तविकता
यहां यह समझना ज़रूरी है कि “वोट चोरी” का मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार 7 अगस्त 2025 को उस समय उठा जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी धांधली को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसके बाद यह मुद्दा राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया और सोशल मीडिया पर #VoteChori जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
बता दें कि, भ्रामक दावों के चलते आम नागरिक न केवल गुमराह होता है बल्कि कई बार समाज में अनावश्यक तनाव भी बढ़ता है। फैक्ट-चेकिंग संस्थान और मीडिया हाउस इसीलिए नियमित रूप से ऐसे दावों की पड़ताल करते हैं ताकि सच्चाई जनता तक पहुंचे। सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को भी यह समझना होगा कि किसी भी वायरल कंटेंट को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करना आवश्यक है।