नारायणपुर। पिछले कई सालों से नक्सल संगठन में काम कर रहे नक्सलियों का संगठन से मोह भंग हो चुका है. दरअसल दो महिला नक्सलियों ने प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. सरेंडर करने वाली महिला 7 सालों से मिलिशिया सदस्य थी. आत्मसमर्पित महिला नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़कर राष्ट्र के संम्मान की शपथ दिलाई गई. एसपी ने सहयोग राशि के रूप में आत्मसमर्पित नक्सलियों को 10-10 हजार रुपए का इनाम दिया है.
जानकारी के मुताबिक नारायणपुर पुलिस नक्सल प्रभावित इलाके में नक्सल उन्मूलन अभियान चला रही है. इस अभियान का असर भी नक्सल क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. माओवादियों की खोखली विचारधारा और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली अब मुख्यधारा में लौट रहे हैं. इसी के तहत सोमवार को महिला नक्सली सदस्यों ने एसपी उदय किरण के सामने सरेंडर किया.
आत्मसमर्पण करने वाली नक्सलियों में बत्ती उसेण्डी, पिता बीरू मंडावी (उम्र 20 वर्ष) और नमनी मंडावी, पिता स्व. सुकमन मंडावी (उम्र 22 वर्ष) यह दोनों नक्सली आदरे 7 सालों से जनमिलिशिया सदस्य थी.
मिलेगा शासन की नीतियों का लाभ
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्राकर ने बताया कि अब पुलिस पर विश्वास करते हुए शासन की नीतियों पर लाभ लेने नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. साथ ही सरेंडर नक्सलियों को शासन की नीतियों के तहत उन्हें लाभ प्रदान किया जाएगा. ग्रामीण और पुलिस की बीच संवाद स्थापित करने लगातार क्षेत्रों में शिविर आयोजित कर कार्यक्रम कर रही है, जिससे पुलिस और नक्सलियों के बीच कोई दूरी न रहे. नक्सली संगठन में काम कर रहे लोगों को मुख्यधारा में वापस लौटने अपील की जा रही है.