शिवपुरी, मध्यप्रदेश: भारतीय वायुसेना का मिराज-2000 फाइटर प्लेन गुरुवार दोपहर शिवपुरी जिले के बहरेटा सानी गांव के पास क्रैश हो गया। हादसे के तुरंत बाद विमान में आग लग गई, लेकिन राहत की बात यह रही कि दोनों पायलट समय रहते इजेक्ट कर सुरक्षित बच निकले। एयरफोर्स की टीम ने पायलटों को हेलीकॉप्टर के जरिए ग्वालियर रवाना कर दिया।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार, यह विमान ग्वालियर से नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था। उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी के कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और नरवर तहसील के दबरासानी गांव में एक खेत में जा गिरा। हादसे के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और पायलटों की मदद की।
पायलट सुरक्षित, हादसे की जांच शुरू
- दोनों पायलटों ने समय रहते खुद को इजेक्ट कर लिया, जिससे उनकी जान बच गई।
- एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर ने तुरंत पायलटों को ग्वालियर के लिए रवाना किया।
- भारतीय वायुसेना ने हादसे की प्रारंभिक वजह तकनीकी खराबी बताई और जांच के आदेश दिए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या देखा?
ग्रामीणों के अनुसार, प्लेन में गिरते ही भयंकर आग लग गई और चारों ओर धुआं फैल गया। मौके पर मौजूद लोगों ने घायल पायलटों को संभाला, जिनमें से एक मोबाइल पर बात करते हुए भी देखा गया। ग्रामीणों के अनुसार, प्लेन में गिरते ही भयंकर आग लग गई और चारों ओर धुआं फैल गया। मौके पर मौजूद लोगों ने घायल पायलटों को संभाला, जिनमें से एक मोबाइल पर बात करते हुए भी देखा गया।
प्रशासन और पुलिस की प्रतिक्रिया
करैरा थाना प्रभारी विनोद छावई ने बताया कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। स्थानीय प्रशासन और वायुसेना की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। हादसा इतना भयानक था कि फाइटर प्लेन का मलबा पूरी तरह जलकर खाक हो गया।
एयरफोर्स ने दी जानकारी
भारतीय वायुसेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि हादसे की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं और तकनीकी टीम इस मामले की गहराई से जांच करेगी।