नई दिल्ली देश की सबसे बड़ी निजी एयरलाइन इंडिगो पिछले एक सप्ताह से गहरे परिचालन संकट में फंसी हुई है। 2 दिसंबर से 9 दिसंबर 2025 के बीच एयरलाइन ने देशभर में लगभग 4500 से 5000 उड़ानें रद्द कर दीं, जिनमें सबसे अधिक असर दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) पर देखने को मिला। अचानक बढ़े कैंसिलेशन, ग्राउंड पर यात्रियों की लंबी कतारें और एयरपोर्ट टर्मिनल में लगातार बदल रही फ्लाइट सूचनाओं ने हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाओं को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
जानकारी दे दें कि, IndiGo Crisis शुरू होने से अब तक करीब 4500 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी हैं और इनके कैंसिलेशन का ये आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. बता दें कि, रिफंड्स: 21 नवंबर से 7 दिसंबर तक 9,55,591 PNR रद्द, ₹827 करोड़ रिफंड हो चुके हैं। बाकी 3-15 दिसंबर के लिए प्रोसेसिंग चल रही।
संकट का कारण क्या है?
- मुख्य वजह: नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) नियमों का पालन न कर पाना। DGCA ने जुलाई और नवंबर 2025 में ये नियम लागू किए, जिसमें पायलट्स को 48 घंटे की साप्ताहिक रेस्ट, नाइट ड्यूटी की सख्त परिभाषा और रात्रि लैंडिंग्स की सीमा (2 प्रति दिन) शामिल है। इंडिगो ने इनके लिए पर्याप्त क्रू प्लानिंग नहीं की, जिससे पायलट शॉर्टेज हो गया।
- ट्रिगर: 2 दिसंबर से शुरू हुए कैंसिलेशन, जो 5 दिसंबर को चरम पर पहुंचे जब दिल्ली से सभी डॉमेस्टिक डिपार्चर रद्द हो गए। CEO पीटर एल्बर्स ने इसे “प्लानिंग गैप” बताया और माफी मांगी।
- सरकारी एक्शन: DGCA ने CEO को शो-कॉज नोटिस जारी किया, ऑपरेशंस 10% कटने का आदेश दिया, और 7 दिसंबर तक सभी रिफंड्स पूरे करने को कहा। अस्थायी छूट दी गई है, लेकिन जांच चल रही है।
बता दें कि, इंडिगो ने दावा किया हैं कि, 9 दिसंबर को 1800+ फ्लाइट्स ऑपरेट, 95% नेटवर्क रिस्टोर। 10 दिसंबर को 1900 फ्लाइट्स, सभी 138 रूट्स कवर।सरकार: स्लॉट्स कम करने से अन्य एयरलाइंस (स्पाइसजेट, एयर इंडिया) को फायदा। PM मोदी ने कहा, “यात्रियों को परेशानी नहीं होनी चाहिए।”सलाह: फ्लाइट स्टेटस चेक करें (indigo app/X), वैकल्पिक ट्रेन बुक करें।
