मुंबई , महाराष्ट्र में नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों के नतीजों ने सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की ताकत को एक बार फिर साबित कर दिया है। 288 स्थानीय निकायों में से महायुति ने अध्यक्ष पदों पर 207 सीटें जीतकर प्रचंड जीत हासिल की, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) मात्र 44 सीटों पर सिमट गई। भारतीय जनता पार्टी (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जिसने 117 से 129 अध्यक्ष पद जीते और 3,300 से अधिक पार्षद सीटें हासिल कीं।
बता दे कि, विपक्षी MVA (कांग्रेस, शिवसेना UBT और NCP SP) का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। कांग्रेस ने 27-28, शिवसेना UBT ने 9 और NCP SP ने 7-8 सीटें जीतीं। कुछ सीटें निर्दलीय और गैर-मान्यता प्राप्त दलों को मिलीं। विपक्ष ने हार स्वीकार करते हुए चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाए। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने राज्य निर्वाचन आयोग पर महायुति की मदद करने का आरोप लगाया, जबकि शिवसेना UBT नेताओं ने पैसे की ताकत और EVM में हेरफेर का दावा किया।
जानकारी दे दें कि, प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं ने महायुति को बधाई दी। शाह ने इसे सुशासन की जीत कहा, जबकि फडणवीस ने संगठन और सरकार के संयुक्त प्रयास का श्रेय दिया। विपक्ष के आरोपों के बावजूद, यह नतीजे महाराष्ट्र में महायुति की मजबूत स्थिति दर्शाते हैं। आने वाले नगर निगम और जिला परिषद चुनावों में भी यही ट्रेंड जारी रह सकता है।
