पश्चिम बंगाल एक बार फिर राजनीतिक तनाव की गिरफ्त में है। मालदा जिले में एक बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की सुरक्षा को लेकर शुरू हुआ विवाद अब बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। हाल ही में जिले में एक BLO की असिस्टेंट टीचर पत्नी के पति पर कथित रूप से हमला हुआ, जिसके बाद बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर गंभीर आरोप लगाते हुए मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में एक BLO के पति पर हमले के बाद राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि इस मारपीट के पीछे तृणमूल कांग्रे… पीड़ित असिस्टेंट टीचर निवेदिता मंडल ने आरोपी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि आरोपी कसीमुद्दीन घटना के बाद से ही रात में घर पर आकर धमका रहा हैं ,
घटना कैसे शुरू हुई?
मालदा जिले में असिस्टेंट टीचर और BLO के रूप में नियुक्त निवेदिता मंडल के पति पर बीते दिनों हमला किया गया। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया और स्थानीय लोगों के साथ-साथ राजनीतिक दलों ने भी इसे गंभीरता से उठाया। निवेदिता मंडल ने आरोप लगाया है कि हमले के पीछे स्थानीय व्यक्ति कसीमुद्दीन का हाथ है, जो घटना के बाद भी लगातार रात के समय उनके घर पहुंचकर धमकियां दे रहा है।
बीजेपी का TMC पर हमला
घटना के बाद बीजेपी नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तृणमूल कांग्रेस पर सीधे आरोप लगाए। बीजेपी का कहना है कि TMC समर्थित स्थानीय नेताओं के संरक्षण में आम लोगों और सरकारी कर्मचारियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। पार्टी ने कहा कि BLO और शिक्षक राज्य के चुनावी ढांचे का अहम हिस्सा हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।
बता दें कि, बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में SIR (Special Summary Revision) के दौरान BLOs पर दबाव डालने, धमकाने और कई बार शारीरिक हमले करने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन राज्य सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। पार्टी नेताओं का कहना है कि यदि BLO सुरक्षित नहीं होंगे तो लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं प्रभावित होंगी।
हालांकि TMC ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि यह हमला स्थानीय स्तर का झगड़ा है, जिसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। पार्टी के नेताओं ने कहा कि बीजेपी हर घटना में राजनीति तलाशती है और झूठे आरोप लगाकर राज्य की छवि खराब करने का प्रयास करती है। TMC ने यह भी कहा कि यदि कोई व्यक्ति धमकी देता है या हमला करता है, तो कानून अपना काम करेगा और पुलिस को निष्पक्ष जांच करने दी जानी चाहिए।
बता दें कि, राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस घटना ने राज्य सरकार और विपक्ष दोनों के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। जहां सरकार पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने का दबाव है, वहीं विपक्ष इस मुद्दे को चुनाव पूर्व बड़ा हथियार बनाने की कोशिश करेगा। फिलहाल, पीड़ित BLO निवेदिता मंडल और उनका परिवार सुरक्षा की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि जब तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक वे और उनका परिवार खतरे में रहेंगे।
