समाचार मिर्ची

समाचार मिर्ची: सबसे तेज़ खबरें, हर पल ताज़ा विश्वसनीय समाचार, हर नजरिए से सही देश-दुनिया की सबसे ताज़ा खबरें खबरें जो आपको बनाए रखें अपडेट राजनीति से लेकर खेल तक, सबकुछ आपको मिलेगा तेज और विश्वसनीय खबरें, बस एक क्लिक दूर हर पल की ताज़ी खबर, बिना किसी झोल के खबरें जो आपको चौंका दें, हर बार जानिए हर अपडेट, सबसे पहले और सबसे सही जहाँ सच्चाई और ताजगी मिलती है

समाचार मिर्ची: सबसे तेज़ खबरें, हर पल ताज़ा विश्वसनीय समाचार, हर नजरिए से सही देश-दुनिया की सबसे ताज़ा खबरें खबरें जो आपको बनाए रखें अपडेट तेज और विश्वसनीय खबरें, बस एक क्लिक दूर हर पल की ताज़ी खबर, बिना किसी झोल के खबरें जो आपको चौंका दें, हर बार जानिए हर अपडेट, सबसे पहले और सबसे सही जहाँ सच्चाई और ताजगी मिलती है

भोपाल / सागर जिले के बंडा क्षेत्र से आज किसानों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। मोहन यादव (मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश) ने रविवार को बंडा में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान घोषणा की कि इस साल से राज्य सरकार गेहूँ की खरीद को ₹ 2,600 प्रति क्विंटल के एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर करेगी। इस घोषणा ने वहाँ उपस्थित किसानों में उत्साह की लहर दौड़ा दी है।

मंच से सीएम ने शहीद राजेश यादव के स्वजन का सम्मान किया। साथ ही महिला क्रिकेट विश्वकप विजेता टीम में शामिल खिलाड़ी क्रांति गौंड के पिता को भी सम्मानित किया। मेधावी विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। इस कार्यक्रम में कई मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल रहे।

कृषि-वित्तीय प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ गेहूँ नहीं, बल्कि सोयाबीन पर भी सरकार ने ₹ 5,328 प्रति क्विंटल भावांतर राशि देने की व्यवस्था की है। इसके अलावा धान पर बोनस राशि भी जारी की जा रही है। उन्होंने कहा- “जब केन-बेतवा लिंक परियोजना पूरी होगी, तब यह क्षेत्र कृषि के मामले में पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ देगा।”

मोहन यादव ने किसानों से विशेष रूप से आग्रह किया कि वे अपनी कृषि-भूमि का विक्रय न करें। उन्होंने कहा कि जमीन बिक्री से तत्काल लाभ मिल सकता है, लेकिन भविष्य में उसकी उपज, आत्म-निर्भरता और सामाजिक-आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार उनकी हर संभव सहायता करेगी ताकि वे खेती-बारी से जुड़े रहें।

बता दें कि, मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आज की घोषणा — 2,600 रुपये प्रति क्विंटल गेहूँ की खरीद मूल्य निर्धारण — एक मील का पत्थर साबित हो सकती है यदि इसे पारदर्शी एवं समयबद्ध तरीके से लागू किया जाए। मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा किए गए विकास-घोषणाएँ और किसानों को दी गयी अपील इस बात को दर्शाती हैं कि सरकार ने किसान-केंद्रित नीतियों को प्रमुखता दी है।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version