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वाराणसी। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की आहट तेज हो चुकी है और अब राजनीतिक दल अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। इसी क्रम में केंद्रीय एमएसएमई मंत्री एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि बिहार में एनडीए (NDA) की बैठक नवरात्र के बाद होगी, जिसमें सीटों के बंटवारे पर फैसला लिया जाएगा। मांझी ने स्पष्ट किया कि अब तक इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई है और अंतिम निर्णय सामूहिक बैठक में होगा।

एमएसएमई क्षेत्र रोज़गार सृजन में एक प्रमुख प्रेरक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उद्यम पंजीकरण का महत्व, सकल घरेलू उत्पाद और निर्यात में एमएसएमई का योगदान, और तकनीक, टूलकिट, ऋण और कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से उद्यमियों को सशक्त बनाने में उनकी भूमिका आज की दुनिया में अत्यंत महत्वपूर्ण है।

उन्होंने पीएम विश्वकर्मा, पीएमईजीपी और उद्यम पंजीकरण सहित एमएसएमई मंत्रालय की पहलों पर भी प्रकाश डाला और इस बात पर बल दिया कि उद्यमी किस प्रकार एक विकसित भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं।

वाराणसी में एमएसएमई सेवा पर्व का आयोजन

रविवार को वाराणसी स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एमएसएमई सेवा पर्व-2025: विरासत से विकास कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मांझी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के लिए केंद्रीय उच्च शिक्षा मंत्री को प्रभारी बनाया गया है। इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह भी लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं, जिससे यह साफ है कि बीजेपी और एनडीए चुनाव को लेकर पूरी तरह गंभीर है।

कुल मिलाकर, वाराणसी से उठी मांझी की यह राजनीतिक आवाज बिहार चुनाव 2025 की दिशा तय करने वाली साबित हो सकती है। एक ओर जहां वे तेजस्वी यादव पर हमला कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार की उपलब्धियों और एमएसएमई की ताकत को गिनाकर एनडीए के विज़न को सामने रख रहे हैं। अब सबकी निगाहें नवरात्र के बाद होने वाली एनडीए बैठक और सीटों के बंटवारे पर टिकी हैं, जो बिहार की राजनीति का अगला बड़ा अध्याय लिखेगी।

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