सरकार किसानों को तोहफा देने की तैयारी मे लगी है। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आय दिन किसानों के लिए कोई ना कोई योजना लेकर आते है।जिससे किसानों को लाभ हो और अच्छी पैदावर हो मानसून की पहली बारिश से पहले किसान अपने खेतों को जोतकर उनकी मेड मजबूत बना लें ताकि खेत का पानी खेत से बाहर जा पाए. बारिश का पानी खेत में रहने से भूमिगत जल स्तर में इजाफा होगा।बता दें कि, सरकार कई तरीके से किसानों तक जानकारी पहुचाने में लगी हैं ताकि किसान आच्छे तरीके से खेती कर सके किसानो को जानकारी का अभाव ना हो मोदी सरकार भारत मे कृषि को बढाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।
मानसून आने से पहले किसान कर लें यह काम,
मानसून की पहली बारिश से पहले किसान अपने खेतों को जोतकर उनकी मेड मजबूत बना लें ताकि खेत का पानी खेत से बाहर जा पाए। बारिश का पानी खेत में रहने से भूमिगत जल स्तर में इजाफा होगा। गौरतलब है कि सरकार की तरफ से किसानों की आर्थिक सहायता के लिए कई तरह की स्कीम चलाई जा रही हैं. इनमें KCC Scheme भी शामिल हैे।
4% की रियायती ब्याज दर पर लोन
सरकार की तरफ से किसानों को फाइनेंशियल लाभ पहुंचाने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड को शुरू किया गया था. इस कार्ड के जरिए किसानों को लाभहोगा।
किसान क्रेडिट कार्ड के नियम
अब आप जान लें कि Kisan Credit Card के तहत कितने तरह के लोन दिए जाते हैं. इसमें दो तरह के लोन होते हैं, सिक्योर्ड और
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत दो प्रकार के ऋण दिए जाते हैं:
- सिक्योर्ड लोन – जिसमें जमीन या संपत्ति के एवज में ऋण दिया जाता है।
- अन-सिक्योर्ड लोन – जिसमें किसी गारंटी के बिना छोटी रकम का ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
धान की खेती के लिए मानसून से पहले की तैयारी
KCC लिमिट बढ़ने की संभावना
धान की फसल पानी पर अत्यधिक निर्भर होती है, लेकिन अधिक या अनियंत्रित पानी खेत के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि किसान अपने खेतों की जुताई समय पर करें और खेतों की मेड (बाँध) को मजबूत बना लें। इससे बारिश का अतिरिक्त पानी खेत से बाहर निकल सकेगा और आवश्यकता अनुसार खेत में पानी का नियंत्रण किया जा सकेगा।
बताते चलें कि, खेतों की समय पर जुताई से मिट्टी की गुणवत्ता बनी रहती है और खरपतवार नियंत्रण में आता है। इसके साथ ही खेतों की मेड मजबूत होने से पानी का संचयन बेहतर ढंग से होता है, जिससे भूमिगत जल स्तर में भी वृद्धि होती है।
मोदी सरकार से किसानों को संभावित तोहफा:
KCC लिमिट बढ़ने की संभावना मानसून के आगमन से पहले किसानों को केंद्र सरकार की ओर से एक और बड़ी राहत मिलने की संभावना जताई जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, मोदी सरकार किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card – KCC) की लिमिट बढ़ाने पर विचार कर रही है।
क्या है किसान क्रेडिट कार्ड योजना?
किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत किसानों को सस्ते ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए की गई थी। इस योजना के तहत किसान अपनी खेती से जुड़ी जरूरतों जैसे बीज, खाद, कीटनाशक, सिंचाई आदि के लिए 4% रियायती ब्याज दर पर ऋण ले सकते हैं। साथ ही, समय पर भुगतान करने पर ब्याज में और भी छूट मिलती है।
KCC के तहत दो तरह के लोन
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत दो प्रकार के ऋण दिए जाते हैं:
सिक्योर्ड लोन – जिसमें जमीन या संपत्ति के एवज में ऋण दिया जाता है।
KCC के तहत दो तरह के लोन
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत दो प्रकार के ऋण दिए जाते हैं:
सिक्योर्ड लोन – जिसमें जमीन या संपत्ति के एवज में ऋण दिया जाता है।
अन-सिक्योर्ड लोन – जिसमें किसी गारंटी के बिना छोटी रकम का ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
किसानों को अपनी जरूरत के अनुसार इन दोनों में से विकल्प चुनने की सुविधा होती है।
KCC के लाभ
कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्धता
फसल बीमा का कवर
ATM जैसी कार्ड सुविधा
फसल की तैयारी से लेकर कटाई तक सभी खर्चों को कवर करना
इमरजेंसी खर्चों के लिए तुरंत नकदी