लखनऊ। प्रयागराज महाकुंभ 2025 ऐतिहासिक बन गया है। जिस तरह की उम्मीद की जा रही थी उससे कहीं ज्यादा श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा तो वहीं आध्यात्म के नए-नए रंग भी देखने को मिले। इस बार महाकुंभ में तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स दर्ज किए गए हैं—आस्था, स्वच्छता और कला के क्षेत्र में। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने इन उपलब्धियों को मान्यता दी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रमाण पत्र सौंपे। इस खास अवसर पर सीएम योगी ने सफाईकर्मियों को सम्मानित किया और उनके कठिन परिश्रम की सराहना की।
महाकुंभ के दौरान बने तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड्स: आस्था, स्वच्छता और कला
- आस्था का रिकॉर्ड: महाकुंभ 2025 में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम स्नान किया, जो दुनिया में किसी भी धार्मिक आयोजन में शामिल होने वाले लोगों की सबसे बड़ी संख्या है।
- स्वच्छता का रिकॉर्ड: महाकुंभ में 19,000 सफाईकर्मियों ने लगातार सेवा देकर स्वच्छता का नया मानक स्थापित किया।
- कला का रिकॉर्ड: महाकुंभ में 12,102 कलाकारों ने एक साथ पेंटिंग बनाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया, जो पहले 7,660 कलाकारों के नाम था।
सीएम योगी ने सम्मान समारोह में किया सम्मानित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी कैबिनेट के साथ प्रयागराज पहुंचकर सफाईकर्मियों को सम्मानित किया और उनके वेतन में वृद्धि का आश्वासन दिया। उन्होंने संगम तट पर गंगा आरती की और स्वयं झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया।
महाकुंभ 2025 प्रमुख बातें…
- 45 दिनों तक चले इस महापर्व में 70 से अधिक देशों से भक्तों ने भाग लिया।
- विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने महाकुंभ को वैश्विक स्तर पर ऐतिहासिक बना दिया।
- इस आयोजन को भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का प्रतीक माना जा रहा है।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 सिर्फ आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि स्वच्छता और कला के क्षेत्र में भी ऐतिहासिक बन गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे संस्कृति, स्वच्छता और सेवा का संगम बताया। इन तीनों वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भारत को एक नई पहचान दी है।