एशेज 2025-26 सीरीज का चौथा टेस्ट मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर इतिहास रचते हुए सिर्फ दो दिनों में ही समाप्त हो गया। इस दौरान कुल 36 विकेट गिरे, जो टेस्ट क्रिकेट में एक असाधारण और विवादास्पद रिकॉर्ड है। इंग्लैंड ने 175 रनों के लक्ष्य को 4 विकेट से हासिल कर ऑस्ट्रेलिया में 15 साल बाद अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की और सीरीज को व्हाइटवॉश होने से बचा लिया। हालांकि, मैच के बाद सबसे ज्यादा सुर्खियां मेलबर्न की पिच ने बटोरीं, जिसकी ऑस्ट्रेलिया के उपकप्तान और स्टैंड-इन कप्तान स्टीव स्मिथ ने खुलकर आलोचना की। स्मिथ ने इसे “बॉलर्स के लिए ज्यादा मददगार” बताया और कहा कि दो दिनों में 36 विकेट गिरना “बहुत ज्यादा” है।
पिच पर 10 मिलीमीटर घास छोड़ी गई थी, जिसने तेज गेंदबाजों को जबरदस्त सीम मूवमेंट और उछाल दिया। किसी भी पारी में 200 से अधिक रन नहीं बने—ट्रेविस हेड की 46 सबसे बड़ी व्यक्तिगत स्कोर रही। इंग्लैंड के जोश टंग ने मैच में 7 विकेट (पहली पारी में 5/45) लेकर प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइकल नेसर ने 4 विकेट लिए, लेकिन टीम 60 रनों की कमी महसूस कर रही थी।
बता दें कि, मैच के बाद पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में स्टीव स्मिथ ने पिच पर खुलकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “यह पिच गेंदबाजों के लिए थोड़ी ज्यादा मददगार थी। यह मुश्किल थी, कोई बल्लेबाज सेट नहीं हो पाया। दो दिनों में 36 विकेट गिरना शायद बहुत ज्यादा है। शायद घास को 8 मिलीमीटर तक कम कर दिया जाता तो बैलेंस बेहतर होता। लेकिन जैसा था, वैसा ही खेलना पड़ा और हमें ढलना पड़ा।” स्मिथ ने यह भी कहा कि अगर दोनों पारियों में 50-60 अतिरिक्त रन बन जाते तो नतीजा अलग हो सकता था।
गौरतलब हैं कि, यह सीरीज में दूसरा टेस्ट था जो दो दिनों में खत्म हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने पहले तीन टेस्ट जीतकर एशेज रिटेन कर लिया था, लेकिन इंग्लैंड की इस जीत ने सीरीज को 3-1 कर दिया। सीरीज का आखिरी टेस्ट 4 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा।विवादास्पद पिच ने एक बार फिर सवाल उठाए कि टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच संतुलन कितना जरूरी है। 36 विकेटों वाला यह मैच क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रहेगा—लेकिन ज्यादातर आलोचना के रूप में।
