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बिहार में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी अब बढ़ने लगी है। चुनाव आयोग (EC) ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि इस बार का चुनाव नवंबर 2025 में होने की पूरी संभावना है। राज्य में मतदाता सूची का विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) लगभग पूरा हो चुका है और 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित कर दी जाएगी।

सूत्रों की मानें तो दशहरे के बाद बिहार के अपने प्रस्तावित दौरे से लौटने के बाद ही वह तुरंत बिहार के चुनाव कार्यक्रम को घोषित कर सकता है, जो सात अक्टूबर के आसपास हो सकती है। वैसे भी अगले महीने दशहरा, दीपावली व छठ जैसे प्रमुख त्योहार को देखते हुए आयोग ने चुनाव की तारीख को नवंबर में रखने की योजना बनाई है।

इस बार आयोग चुनाव को लंबा खींचने के मूड में नहीं है।2 नवंबर से 10 नवंबर के बीच मतदान कराए जाने की संभावना जताई जा रही है। वही, परिणाम 15 नवंबर से पहले घोषित कर दिए जाएंगे, क्योंकि विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 तक ही है। बता दें कि, 2020 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव तीन चरणों में कराए गए थे, लेकिन इस बार त्योहारों के बीच समय की कमी को देखते हुए सिर्फ दो चरणों में चुनाव कराने की योजना है।

कब आएंगे नतीजे?

सूत्रों के अनुसार:

  • मतदान 2 से 10 नवंबर के बीच दो चरणों में होगा।
  • 15 नवंबर से पहले परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
  • इसके बाद नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी।

यह सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग बेहद सतर्क है कि परिणाम समय रहते घोषित कर दिए जाएं, क्योंकि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है।

बता दें कि, बिहार विधानसभा चुनाव इस बार त्योहारों की भीड़भाड़ के बीच होगा। चुनाव आयोग ने इस बात का ध्यान रखा है कि मतदान प्रतिशत बढ़े और अधिक से अधिक लोग इसमें हिस्सा लें। दो चरणों में होने वाला यह चुनाव न केवल प्रशासनिक दृष्टि से चुनौतीपूर्ण होगा बल्कि राजनीतिक दलों के लिए भी बड़ा इम्तिहान साबित होगा। अब सभी की निगाहें चुनाव आयोग पर टिकी हैं, जो 7 अक्टूबर के आसपास औपचारिक तारीखों की घोषणा कर सकता है। उसके बाद से बिहार में चुनावी माहौल और भी गर्म हो जाएगा।

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