Gold Price After Diwali 2025: दिवाली के समय सोने की चमक अपने चरम पर होती है। हर घर में खरीदारी का दौर चलता है—चाहे वो गहने हों या निवेश के लिए गोल्ड कॉइन। लेकिन अब जब दिवाली समाप्त होने को है, बाजार में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या सोने के दाम अब गिरने वाले हैं? और अगर गिरेंगे तो क्या यह निवेश का सही मौका होगा?
दिवाली तक सोने की मांग अपनी चरम सीमा पर रहती है। इसलिए इस समय सोने का भाव अपनी ऊंचाई पर होता है। लेकिन दिवाली खत्म होने के बाद सोने की कीमत (Gold Price After Diwali) में एक करेक्शन देखी जाती है। क्योंकि दिवाली के बाद सोने की डिमांड कम हो जाती है।
दिवाली तक क्यों बढ़ जाते हैं सोने के दाम?
भारत में दिवाली न केवल रोशनी और खुशियों का त्योहार है, बल्कि यह सोने की खरीदारी के लिहाज से भी साल का सबसे अहम समय होता है। परंपरागत रूप से धनतेरस और दिवाली पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। यही वजह है कि इस दौरान बाजार में भारी डिमांड रहती है।
एक्सपर्ट का अनुमान – ₹12,000 तक की गिरावट संभव
मनोज झा का कहना है कि इस समय सोने की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर हैं। उन्होंने बताया,
“सोने का दाम अपनी चरम सीमा पर पहुंच गया है। इससे पहले इतनी बड़ी बढ़ोतरी 1979-80 और 2010-11 के दौरान देखी गई थी। लेकिन हर बार ऊंचाई के बाद बड़ा करेक्शन भी आया।”
बता दें कि, इस बार भी सोने में ₹10,000 से ₹12,000 तक की गिरावट देखने को मिल सकती है। यानी अगर अभी 10 ग्राम सोने की कीमत ₹74,000 के आसपास है, तो यह घटकर ₹62,000 तक भी आ सकती है। सोना हमेशा से एक सुरक्षित निवेश (Safe Haven Asset) माना गया है। जब शेयर बाजार या मुद्रा बाजार में अस्थिरता होती है, तब निवेशक सोने में शरण लेते हैं। यही वजह है कि लंबी अवधि में सोने का मूल्य बढ़ता है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में कुछ महीनों तक उतार-चढ़ाव रहेगा, लेकिन 2026-27 तक सोना फिर से मजबूती पा सकता है।
दिवाली 2025 के बाद सोने की कीमतों में ₹12,000 तक की गिरावट की संभावना ने निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
फिलहाल विशेषज्ञों की राय यही है कि जल्दबाजी में खरीदारी से बचें और बाजार में स्थिरता आने का इंतजार करें। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए सोना अब भी एक मजबूत और सुरक्षित विकल्प है, लेकिन कीमतों के करेक्शन के बाद इसमें प्रवेश करना ही समझदारी होगी।