जम्मू – कश्मीर। देशभर में केंद्र सरकार का स्मार्ट सिटी मिशन सफलता के नए नए आयाम छू रहा है मगर जम्मू शहर में ज़मीनी हकीकत इन दावों से बिल्कुल उलट नज़र आ रही है। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सरकार कई तरह की सुविधाएं दे रही है लेकिन ग्राउंड जीरो पर सभी दावे खोखले नजर आ रहे हैं।
हालात ये हैं कि शहर भर में बने फुटपाथ पर इन दिनों नगर निगम की अनदेखी के चलते राहगीरों को परेशानी से दो चार होना पड़ रहा है। नाक पर रूमाल रखकर चलने को मजबूर होना पड़ रहा है। अधिकतर कूड़ेदान कचरे से भरे रहते हैं, कचरा ओवर होने के कारण कचरा यहां वहां फैल रहा है। मौजूदा मौसम बारिश का होने के कारण हालात और बदतर होते जा रहे हैं सड़न और बदबू के कारण पूरा शहर गंदगी से सराबोर है। राहगीर परेशान हैं।जिससे लोगों के दिक्कत होनी पड़ती हैं ।
जम्मू को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए करोड़ों रुपये की योजनाओं की घोषणा हुई थी। स्वच्छता, ट्रैफिक प्रबंधन, और सार्वजनिक सुविधाओं के नाम पर कई परियोजनाएं शुरू की गईं। मगर नगर निगम की अनदेखी के चलते हालात आज भी वही हैं। सफाई के लिए शहर के नागरिकों से उम्मीद की जाती है कि वे कचरा इधर-उधर न फैलाएं। मगर जब सफाई के लिए जिम्मेदार एजेंसियां ही अपने दायित्व नहीं निभा रही हैं तो आम लोग कैसे जागरूक रहें?
जम्मू की जनता ने स्मार्ट सिटी के सपने को साकार करने में प्रशासन का भरपूर साथ दिया। मगर नगर निगम की लापरवाही से यह सपना धुंधला होता जा रहा है। समय रहते कदम न उठाए गए तो हालात और बिगड़ सकते हैं। अमरनाथ यात्रा जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों के समय शहर की छवि सुधारने के लिए प्रशासन को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।