भारतीय राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। चुनावी साल में यह और भी तेज हो गया है। इसी क्रम में कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग (ECI) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देशभर में योजनाबद्ध तरीके से मतदाता सूची से असली वोटरों के नाम हटाए जा रहे हैं। राहुल ने अपने आरोपों के समर्थन में कुछ दस्तावेज और सबूत भी पेश किए और दावा किया कि यह लोकतंत्र के लिए सीधी चुनौती है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया है जिसके जवाब में किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस अपनी नाकाम नेतृत्व की वजह से हार रही है। राहुल ने वोटर लिस्ट से नाम हटाने के सबूत पेश किए जिस पर अनुराग ठाकुर ने इसे राहुल की हताशा बताया। चुनाव आयोग ने राहुल के आरोपों को खारिज किया। दूसरी तरफ, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी नाकाम नेतृत्व की वजह से कांग्रेस बार-बार हार रही है और देश की जनता अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है।
राहुल का आरोप: लोकतंत्र को खतरा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पहले ही कर्नाटक के अलंद निर्वाचन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वोटर नाम हटाने का मुद्दा उठा चुके हैं। राहुल गांधी ने इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए दावा किया कि पूरे देश में लाखों वास्तविक वोटरों के नाम गायब किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह एक “सिस्टमैटिक वोट चोरी” है जो सत्तारूढ़ दल के फायदे के लिए की जा रही है
चुनाव आयोग का जवाब
राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने तत्काल प्रतिक्रिया दी और सभी आरोपों को खारिज किया। आयोग ने कहा कि वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह से नियमों के तहत होती है। हर बदलाव लोकल लेवल पर प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में किया जाता है और किसी भी तरह की राजनीतिक हस्तक्षेप की संभावना नहीं होती।
भाजपा का पलटवार
राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा ने भी जोरदार पलटवार किया। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस की लगातार हार का कारण चुनाव आयोग नहीं, बल्कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी का कमजोर नेतृत्व है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी बार-बार बहाने बनाते हैं। असलियत यह है कि देश की जनता अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास जताती है। कांग्रेस का जनाधार खत्म हो रहा है और इसकी जिम्मेदारी वे चुनाव आयोग पर डाल रहे हैं।”
बता दें कि, राहुल गांधी के हालिया बयान ने एक बार फिर भारतीय राजनीति में गरमाहट पैदा कर दी है। कांग्रेस जहां इसे लोकतंत्र पर हमला बता रही है, वहीं भाजपा इसे कांग्रेस की हताशा और हार का बहाना कह रही है। चुनाव आयोग ने आरोपों को खारिज करते हुए प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भरोसा जताया है।