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बेमौसम बारिश से किसान मायूस हो गए थे लेकिन अब सरकार ने किसानों के चहरे पर खुशी ला दी हैंं जिससेकिसानों ने राहत की सांस ली हैं।

सरकार दे रही किसानों को मुआवजा जी हां सही सुना आपने बेमौसम बारिश से जहां टूट गए थे वही सरकार ने उनकी हिम्मत बढा दी हैं ।किसान का पूरा परिवार ये सुन कर खुश हैं।वही हम आपको ये भी बता दें कि किसान सम्मान निधि योजना की 20वी किस्त जल्द ही आने वाली हैं।


आंध्र प्रदेश के किसान एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे हैं। अमरावती सहित राज्य के कई हिस्सों में हुई बेमौसम बारिश ने खेतों में खड़ी फसलें तबाह कर दी हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। जहां एक ओर किसान मायूसी और निराशा में डूबे हैं, वहीं राज्य सरकार ने उनके लिए राहत की किरण जगाई है।

मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस आपदा को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि हर प्रभावित किसान को समय पर मुआवजा मिले। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि एक भी पात्र किसान सरकारी सहायता से वंचित नहीं रहना चाहिए और 6 मई तक मुआवजा हर हाल में वितरित कर दिया जाए।

इन्हें भी मिले जल्दी मुआवजा

रिपोर्ट्स के अनुसार नायडू ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि बिजली गिरने से जान गंवाने वाले आठ लोगों के परिवारों को भी अनुग्रह राशि तत्काल जारी की जाए।
बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसलें,

आंध्र प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए मुआवजे का किया ऐलान

आंध्र प्रदेश के किसान एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे हैं। अमरावती सहित राज्य के कई हिस्सों में हुई बेमौसम बारिश ने खेतों में खड़ी फसलें तबाह कर दी हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। जहां एक ओर किसान मायूसी और निराशा में डूबे हैं, वहीं राज्य सरकार ने उनके लिए राहत की किरण जगाई है।
साथ ही बारिश के कारण मवेशियों की मौत पर भी जल्द से जल्द मुआवजा देने की बात कही गई.सीएम ने दी सलाह

सीएम नायडू ने अधिकारियों को संभावित आगामी बारिश को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी समय रहते जनता को चेतावनी दें और जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा यदि मोबाइल अलर्ट न पहुंचे तो खुद गांव-गांव जाकर लोगों को सतर्क करें. आपदा की घड़ी में मानवीय दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है.सीएम ने दी सलाह


अधिकारी समय रहते जनता को चेतावनी देंरहे हैंकि, जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा यदि मोबाइल अलर्ट न पहुंचे तो खुद गांव-गांव जाकर लोगों को सतर्क करें. आपदा की घड़ी में मानवीय दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है.

सीएम नायडू का सख्त आदेश: समय पर राहत दें

बता दें कि, मुख्यमंत्री नायडू ने रविवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने अधिकारियों को बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल फसल नुकसान का आकलन करने और सभी प्रभावित किसानों को राहत राशि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि इस कार्य में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सीएम ने कहा, “प्राकृतिक आपदा के समय प्रशासन को संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्य करना चाहिए। किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करना सरकार की प्राथमिकता है।”

मुख्यमंत्री नायडू ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बिजली गिरने से जिन आठ लोगों की मौत हुई है, उनके परिजनों को तत्काल अनुग्रह राशि दी जाए। इसके अतिरिक्त, बारिश के कारण मरे मवेशियों के नुकसान की भरपाई भी तुरंत की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की देरी मानवीय पीड़ा को और बढ़ा सकती है, इसलिए प्रशासन को संवेदनशील और तेज गति से काम करना चाहिए।

आगामी बारिश को लेकर अलर्ट


मुख्यमंत्री ने भविष्य में संभावित और अधिक बारिश की संभावना को देखते हुए प्रशासन को सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारियों को स्थानीय लोगों को समय पर सूचित करने की जिम्मेदारी निभानी होगी। यदि किसी कारणवश मोबाइल अलर्ट काम नहीं करता है, तो प्रशासन को व्यक्तिगत रूप से गांव-गांव जाकर चेतावनी देनी चाहिए।

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