पाकिस्तान की स्थिती लगातार बदतर होती जा रही है पहले से वहां के लोगों का बुरा हाल है वहीं वहां की अर्थव्यवस्था चरमराई जिससे वहां के लोग परेशान है। वहीं पानी की समस्या विकराल रूप लेती जा रही हैं। जिससे वहां के लोग परेशान हैं वहीं पाक से एक ऐसी खबर आई है। जिसे सुन कर सभी आश्चर्यचकित है। पाक के जेल से कैदी फरार हो गए। जी हां पाक मे कुछ कैदियों ने ‘आपदा में अवसर तलाश लिया। भूकंप से जहां सब लोग परेशान थे। वहीं कैदियों ने इसका फायदा उठाया चकमा देकर फरार हो गए। ये दृश्यं वाकई मे चौंकाने वाला था।
कहते हैं आपदाएं अक्सर तबाही लाती हैं, लेकिन पाकिस्तान के कराची शहर में कुछ कैदियों ने इसे ‘अवसर’ में बदलने का जो तरीका अपनाया, वह सुरक्षा व्यवस्था पर एक गंभीर सवाल खड़ा करता है। सोमवार देर रात जब कराची में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, तो मालिर जेल प्रशासन ने सुरक्षा एहतियात के तहत कैदियों को बैरकों से निकालकर मेन गेट के पास एकत्र किया। लेकिन इसी दौरान, अराजकता और अफरातफरी के माहौल का फायदा उठाकर 216 से अधिक कैदी फरार हो गए।
यह घटना पाकिस्तान के जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है। मालिर जेल के सुपरिटेंडेंट अरशद शाह ने मीडिया से बात करते हुए इस jailbreak की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि भूकंप आने के बाद सुरक्षा कारणों से सर्कल नंबर 4 और 5 के कैदियों को बाहर निकाला गया था। उस समय लगभग 600 से अधिक कैदी खुले स्थान पर मौजूद थे, जब यह घटनाक्रम घटित हुआ।
अरशद शाह के अनुसार, “जैसे ही कैदियों को बैरकों से बाहर निकाला गया, जेल परिसर में अचानक हंगामे और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। इसी अफरातफरी का फायदा उठाते हुए कम से कम 216 कैदी सुरक्षा घेरे को चकमा देकर फरार हो गए।” उन्होंने बताया कि 80 से अधिक कैदियों को दोबारा पकड़ लिया गया है, लेकिन अभी भी 135 से अधिक कैदी फरार हैं और उनकी तलाश के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
बता दे कि, घटना के कुछ ही घंटों के भीतर सोशल मीडिया पर मालिर जेल से जुड़े कई वीडियो वायरल हो गए। एक वीडियो में जेल के आस-पास भारी गोलीबारी की आवाजें सुनाई दे रही हैं। एक अन्य फुटेज में कुछ कैदी सड़क किनारे दौड़ते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि इन वीडियो की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन स्थानीय मीडिया और प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि ये घटनास्थल के आसपास के इलाके के ही वीडियो हैं।
इस अप्रत्याशित और गंभीर घटना के बाद पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने मालिर जेल प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। इस jailbreak को देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरे के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि मालिर जेल में आतंकवाद, हत्या, डकैती और संगठित अपराधों में लिप्त अत्यंत खतरनाक अपराधी बंद थे।
बतपाकिस्तान के पूर्व पुलिस अधिकारी और सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस घटना को ‘सिस्टम फेल्योर’ करार दिया है। पूर्व पुलिस प्रमुख शाहिद हुसैन ने कहा, “भूकंप जैसे आपातकालीन स्थिति के लिए जेलों में कोई प्रभावी SOP (Standard Operating Procedure) नहीं था, और इसका परिणाम हम सबके सामने है।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना दर्शाती है कि जेलों की इमरजेंसी मैनेजमेंट प्रणाली अत्यंत कमजोर है। उन्होंने सलाह दी कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचाव के लिए जेलों में विशेष आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण और नियमित मॉक ड्रिल्स अनिवार्य किए जाने चाहिए।
क्या थी मालिर जेल की स्थिति?
मालिर जेल पाकिस्तान की सबसे बड़ी और सबसे अधिक भीड़भाड़ वाली जेलों में से एक मानी जाती है। यहां क्षमता से दोगुने कैदी बंद रहते हैं, जिससे सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना हमेशा एक चुनौती रहता है। इस जेल में कई आतंकवादी संगठनों से जुड़े अपराधी, डॉन और कुख्यात गिरोहों के सदस्य बंद हैं। ऐसे में इतने बड़े पैमाने पर jailbreak का होना देश के लिए खतरे की घंटी है।