जबलपुर। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मध्य प्रदेश के लिए 15,038 करोड़ रुपये की लागत वाली 18 सड़क परियोजनाओं की सौगात दी। यह ऐतिहासिक घोषणा 30 जनवरी 2024 को जबलपुर में आयोजित एक भव्य लोकार्पण-शिलान्यास समारोह के दौरान की गई। इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इन परियोजनाओं से राज्य में सड़क नेटवर्क को मजबूती मिलेगी, कनेक्टिविटी बेहतर होगी और आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी।
प्रमुख परियोजनाएंकेंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस समारोह में कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, जिनमें शामिल हैं:
- टीकमगढ़-झांसी सड़क पर जामना नदी पर पुल: इस पुल के निर्माण से क्षेत्र में यातायात सुगम होगा।
- चांदिया घाट से कटनी बायपास तक दो लेन सड़क: इस परियोजना से कटनी क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
- बमीठा से खजुराहो मार्ग का चार लेन चौड़ीकरण: पर्यटन स्थल खजुराहो तक पहुंच आसान होगी, जिससे पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- गुलगंज बायपास से बरना नदी तक दो लेन सड़क: यह परियोजना क्षेत्र में यातायात की भीड़ को कम करेगी।
- बरना नदी से केन नदी तक दो लेन सड़क: इस सड़क से ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
- शहडोल से सागर टोला तक दो लेन सड़क: इस मार्ग से औद्योगिक और खनन क्षेत्रों को लाभ मिलेगा।
- ललितपुर-सागर-लखनादौन खंड में 23 पुल और सर्विस रोड: यह परियोजना सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को बढ़ावा देगी।
- सुकतरा, कुर्रई और खवासा में 3 फुट ओवर ब्रिज: पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम।
- धुनई और बंजारी घाटी पर ब्लैक स्पॉट सुधार: दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सुधार से सड़क सुरक्षा बढ़ेगी।
इसके अलावा, 10,405 करोड़ रुपये की लागत से 226 किलोमीटर लंबी 24 नेशनल हाइवे परियोजनाओं को मंजूरी दी गई, जो मध्य प्रदेश के सड़क बुनियादी ढांचे को और मजबूत करेंगी।
अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं
ग्वालियर में 4-लेन बायपास: 2 अप्रैल 2025 को गडकरी ने ग्वालियर के पश्चिमी हिस्से में 28.516 किलोमीटर लंबे एक्सेस कंट्रोल्ड 4-लेन बायपास के लिए 1,347.6 करोड़ रुपये की स्वीकृति की घोषणा की। यह परियोजना मुरैना और ग्वालियर जिलों को जोड़ेगी और राष्ट्रीय राजमार्ग-46 और 44 को कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
सागर में ग्रीनफील्ड 4-लेन बायपास: सागर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-146 पर लहदरा गांव से बेरखेड़ी गुरु गांव तक 20.193 किलोमीटर लंबे 4-लेन बायपास के लिए 688.31 करोड़ रुपये मंजूर किए गए। यह परियोजना ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेगी।
उज्जैन-बदनावर खंड पर 4-लेन सड़क: 10 अप्रैल 2025 को गडकरी और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने धार जिले के खेड़ा (बदनावर) में इस सड़क का लोकार्पण किया। इसके साथ ही विदिशा, भोपाल और सागर जैसे शहरों में भी सड़क परियोजनाओं की सौगात दी गई।
क्षेत्र के लिए लाभबेहतर कनेक्टिविटी: इन परियोजनाओं से मध्य प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में यातायात सुगम होगा, जिससे व्यापार और आवागमन में आसानी होगी।
आर्थिक विकास: सड़क नेटवर्क के विस्तार से औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, विशेष रूप से जबलपुर जैसे औद्योगिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों में। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि जबलपुर में औद्योगिक विकास के लिए 10,000 करोड़ रुपये की योजनाओं की शुरुआत की जा रही है।
पर्यटन को बढ़ावा: खजुराहो जैसे पर्यटन स्थलों तक बेहतर सड़क संपर्क से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।
सड़क सुरक्षा: फुट ओवर ब्रिज और ब्लैक स्पॉट सुधार जैसे कदम सड़क दुर्घटनाओं को कम करेंगे।
रोजगार सृजन: इन परियोजनाओं से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
सांसद और स्थानीय नेताओं की भूमिका
जबलपुर के सांसद और अन्य स्थानीय नेताओं ने इन परियोजनाओं को मंजूरी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गडकरी ने स्थानीय नेताओं और प्रशासन के सहयोग की सराहना की और कहा कि उनकी सरकार विश्व स्तरीय राजमार्ग नेटवर्क बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
गडकरी का विजन
नितिन गडकरी ने इस अवसर पर कहा, “केंद्र सरकार 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में अग्रसर है। हमारा लक्ष्य बुनियादी लागत को 14-16% से घटाकर 9% करना है, जिससे भारत अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धी बन सके।” उन्होंने मध्य प्रदेश में सड़क नेटवर्क को अमेरिका के बराबर लाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।