कुछ वर्षों से अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj) ने एक बार फिर महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे काली महाराज ने नाथूराम गोडसे को महात्मा और गांधी जी को लेकर भी विवादित टिप्पणी की। उन्होंने यह भी कहा कि “उद्देश्य अच्छा हो तो हत्या करना बुरी बात नहीं है। हत्या तो राम जी ने भी की थी।” उनके बयान के बाद इस मुद्दे को लेकर सियासी बवाल खड़ा हो सकता है। बता दें कि 3 साल पहले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लेकर अभद्र टिप्पणी की…
Author: News Desk
मुंबई: महाराष्ट्र में महायुति की शानदार जीत के बाद राज्य के अगले मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। हर तरफ इसी बात की चर्चा हो रही है कि अगला मुखिया कौन होगा। विधानसभा चुनावों में महाजीत के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे फिर सीएम बनेंगे या फिर देवेंद्र फडणवीस की इस पर वापसी होगी। या फिर बीजेपी कोई सरप्राइज देगी। समाचार मिर्ची को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महायुति के तीनों घटकों के नेता आज दिल्ल पहुंचेंगे। देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (शिवसेना) और अजित पवार (एनसीपी) बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मिलेंगे। इसमें मुख्यमंत्री कौन…
सांस मुंबई। सुप्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का निधन (Ratan Tata Passed Away) हो गया है. टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
दिल्ली। वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को संसदीय समिति के पास भेज दिया गया है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विधेयक को लोकसभा में पेश किया। चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों ने विधेयक का जोरदार विरोध किया। कांग्रेस, सपा, एनसीपी, टीएमसी, डीएमके, मुस्लिम लीग से लेकर एआईएमआईएम तक, सभी विपक्षी दलों के सदस्यों ने विधेयक के विरोध में दलीलें दीं। करीब-करीब सभी सदस्यों ने विधेयक को संविधान और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ बताया। कुछ सदस्यों ने कहा कि अगर मंदिरों के प्रबंधन में कोई गैर-हिंदू नहीं हो सकता है तो वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम को लाने का प्रावधान करके भेदभाव…
“इतनी बुरी स्थिति में शवों को संभालना बेहद कठिन था” केरल के वायनाड में भूस्खलन की विनाशलीला ने कई जिंदगियां निगल लीं और डॉक्टरों को ऐसे भयानक दृश्य देखने पड़े जिन्हें वे कभी नहीं भूल पाएंगे। एक सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर ने अपने अनुभव साझा किए, जिन्होंने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा, “लाशों की स्थिति इतनी बुरी थी कि अनुभवी डॉक्टरों के लिए भी इसे संभालना मुश्किल हो गया था। कई टुकड़ों में बिखरी लाशें डीएनए परीक्षण के लिए संभालना एक कठिन और वीभत्स कार्य था।” “लाशों से दो-चार होना हर दिन का…
मुंबई। पूजा खेडकर पर भविष्य में होने वाली किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगाई गई है. खेडकर के तमाम दस्तावेजों की जांच के आधार पर यूपीएससी ने खेडकर को सीएसई, 2022 नियमों के उल्लंघन करने का दोषी पाया. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पर एक्शन लेते हुए उनकी अस्थायी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है. इसके अलावा खेडकर पर भविष्य में होने वाली किसी भी परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगाई गई है. खेडकर के तमाम दस्तावेजों की जांच के आधार पर यूपीएससी ने खेडकर को सीएसई, 2022 नियमों के उल्लंघन…
आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने यूपीएससी में दिव्यांगता और नॉन क्रीमी लेयर का सर्टिफिकेट दिखाया था, असल में वह एक क्रीमी लेयर ओबीसी कैंडिडेट हैं, ऐसे में उन्हें आरक्षण मिलना संभव नहीं है. आइए इसके पीछे का कारण जानते हैं. महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी IAS पूजा खेडकर इन दिनों काफी चर्चा में हैं. पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने UPSC की सिविल सर्विसेज की परीक्षा क्वालिफाई करने के लिए दिव्यांगता और नॉन क्रीमी लेयर का सर्टिफिकेट दिखाया था. IAS पूजा के ओबीसी नॉन क्रीमी कैंडिडेट होने पर सवाल उठ रहे हैं कि अगर किसी कैंडिडेट के पिता…
महुआ एक कल्पवृक्ष जो इंसान समेत पृथ्वी के अन्य प्राणियों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद हैं 😊 महुआ के फूल , सुंदर, और मीठी सुंगंध वाले , जब पुष्पित होते हैं तो वातावरण में नशीली खुशबू छा जाती है। मधुक अर्थात महुआ, आम आदमी का पुष्प और फल दोनों हैं। आम आदमी का फल होने के कारण यह जंगली हो गया, और जंगल के प्राणियों का भरपूर पोषण किया। आज के शहरी लोग इसे आदिवासियों का अन्न कहते हैं। सच तो यह है कि गांव में बसने वालों उन लोगों के जिनके यहां महुआ के पेड़ है, बैसाख और जेठ…
नागपुर। पूर्व नागपुर में यहां डंपिंग यार्ड को लेकर क्षेत्र के लोगों में बड़ी नाराजगी है उनका कहना है कि 5 किलोमीटर तक दुर्गंध रहती है बच्चे बड़े सभी बीमारियों की जड़ में आ रहे हैं। इस क्षेत्र के लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि आने वाले वक्त में कहीं एक कचरे का पहाड़ किसी बड़ी महामारी का रूप ना ले ले। राजनेताओं से लेकर प्रशासन तक शिकायत के बाद भी कोई समाधान मिलता नजर नहीं आ रहा है। कामठी इलाके में प्रस्तावित पावन गांव कत्ल खाना को लेकर भी स्थानीय लोगों में लगातार गुस्सा बढ़ता…
नागपुर। उत्तर नागपुर की बात करें तो यहां बौद्ध और मुस्लिम की संख्या अधिक होने के कारण स्थानीय लोग हर बार कांग्रेस को वोट देते आए हैं। लेकिन इस बार सियासी समीकरण बिल्कुल बदले हुए नजर आ रहे हैं। मुस्लिम समाज को लगता है कि कांग्रेस ने डमी कैंडिडेट खड़ा किया है। जो मजबूत और ज़िताऊ बिल्कुल नहीं है। लोगों का तो यहां तक कहना है कि कांग्रेस ने लड़ाई से पहले ही आत्म समर्पण कर दिया है। इधर बौद्ध वोटर्स को निर्दलीय उम्मीदवार पर भरोसा है। मुस्लिम समुदाय को लगता है कि अल्पसंख्यकों को परेशान किया जा रहा है।…