बिहार में विधानसभा चुनाव प्रचार अपने चरम पर है और छठ महापर्व के बीच राजनीतिक सरगर्मियों में तेजी देखी जा रही है। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ही मतदाताओं को लुभाने और अपने एजेंडे को मजबूत करने में लगे हुए हैं। इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी राज्य सरकार की हैसियत नहीं है कि वह वक्फ कानून (Wakf Amendment Act) को हटा दे। उन्होंने इसे महागठबंधन की जनता को गुमराह करने की कोशिश करार दिया।
बीजेपी प्रवक्ता का हमला
भाजपा के प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने प्रेस वार्ता में कहा, “RJD वाले जंगलराज वाले हैं। उन्हें यह समझने की जरूरत है कि संसद से पास हुए वक्फ संशोधन अधिनियम (Wakf Amendment Act) पर सुप्रीम कोर्ट की भी मुहर लगी है। इसे कोई राज्य सरकार नहीं हटा सकती। महागठबंधन के लोग जनता को भ्रमित करने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं। यह पूरी तरह से निराशा और हताशा का संकेत है।”
वक्फ कानून पर विवाद
वक्फ कानून, जिसे वक्फ संशोधन अधिनियम के रूप में संसद से पास किया गया, धार्मिक संपत्ति और धार्मिक संस्थाओं की निगरानी और प्रबंधन के लिए बनाया गया था। इस कानून के तहत वक्फ बोर्डों और ट्रस्टों के संचालन में पारदर्शिता लाने के प्रयास किए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी से इसे और भी वैधता मिली है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन और एनडीए दोनों ही गठबंधन अपने अपने एजेंडे और रणनीतियों के साथ जनता के सामने हैं। भाजपा के बयान ने वक्फ कानून के मामले को चुनावी मुद्दे में बदल दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह चुनाव जनता के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे राजनीतिक संतुलन और राज्य के विकास की दिशा तय होगी।
