भारत आज 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लालकिले की प्राचीर से लगातार 12वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। 103 मिनट लंबे भाषण में पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक सुधार और रोजगार सृजन से जुड़े कई महत्वपूर्ण ऐलान किए। इस वर्ष का थीम ‘नया भारत’ रखा गया, जो आत्मनिर्भरता, सुरक्षा और विकास की दिशा में देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पीएम मोदी ने 103 मिनट लंबा संबोधन देश के नाम दिया। बता दें पीएम मोदी लाल किले की प्राचीर से सबसे अधिक बार तिरंगा फहराने वाले तीसरे प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई बड़ी योजनाओं का भी एलान किया। पीएम ने प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना और जीएसटी रिफार्म का एलान किया है।
बता 0ेंदेंकि, इस वर्ष का विषय ‘नया भारत’ है। इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस समारोह में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का भी जश्न मनाया जा रहा है। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत की सैन्य प्रतिक्रिया, ऑपरेशन सिंदूर की योजना और क्रियान्वयन में शामिल वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सम्मानित किया गया।पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कई बड़ी योजनाओं का भी एलान किया। पीएम ने प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना और जीएसटी रिफार्म का एलान किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में सबसे पहले ‘राष्ट्रीय सुरक्षा कवच सुदर्शन चक्र’ योजना का ऐलान किया। इस परियोजना का लक्ष्य आने वाले 10 वर्षों में देश के सभी महत्वपूर्ण सैन्य, औद्योगिक और रणनीतिक ठिकानों को उच्चस्तरीय सुरक्षा प्रदान करना है।
भाषण के दौरान पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना ने जिस त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की, वह देश के सुरक्षा ढांचे की मजबूती का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने तिरंगा फहराते समय फ्लाइंग ऑफिसर रशिका शर्मा की उपस्थिति में सलामी ली। कार्यक्रम के दौरान 21 तोपों की सलामी दी गई। इस बार मोदी भगवा पगड़ी और भगवा रंग की सदरी में नजर आए।
पीएम मोदी का 79वें स्वतंत्रता दिवस का संबोधन न केवल सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में नए आयाम तय करता है, बल्कि आर्थिक सुधार और रोजगार सृजन के स्पष्ट रोडमैप के जरिए ‘नए भारत’ के विज़न को भी आगे बढ़ाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा कवच ‘सुदर्शन चक्र’, रोजगार योजना और GST सुधार की घोषणाएं इस बात का संकेत हैं कि सरकार एक साथ सुरक्षा, विकास और रोजगार — तीनों मोर्चों पर तेजी से काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।