नई दिल्ली नुच्छेद 370 को लेकर वर्षों से देश की राजनीति में जिस मुद्दे पर मतभेद चला आ रहा था, अब उस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के एक बयान ने नई बहस को जन्म दे दिया है
इंडोनेशिया की यात्रा पर गए सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बने खुर्शीद ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद की पुरानी समस्या खत्म हो चुकी है और अब राज्य में प्रगति का वातावरण बन गया है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत वैश्विक मंच पर पाकिस्तान के आतंकवाद को बेनकाब करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक एक व्यापक आउटरीच मिशन चला रहा है। इस मिशन के तहत सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों की यात्रा कर भारत की स्थिति और पाकिस्तान की आतंकवाद के प्रति भूमिका को दुनिया के सामने स्पष्ट कर रहा है।
इंडोनेशिया में दिया बड़ा बयान
सलमान खुर्शीद ने इंडोनेशिया में एक थिंक टैंक और शिक्षाविदों के साथ संवाद करते हुए कहा,
“कश्मीर में लंबे समय से एक बड़ी समस्या थी। इसका बहुत कुछ संविधान के अनुच्छेद 370 में निहित था, जिससे यह आभास होता था कि यह क्षेत्र देश के बाकी हिस्सों से अलग है। लेकिन जब अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया, तो इस समस्या का अंत हो गया। अब वहां शांति और विकास का माहौल है।”
ऑपरेशन सिंदूर’ भारत सरकार की एक रणनीतिक योजना है जिसका उद्देश्य है वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को उजागर करना। इसके तहत भारत का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जाकर अपने पक्ष को स्पष्ट कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह दिखा रहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देता रहा है।
इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बसपा, सपा, जदयू समेत कई दलों के नेता शामिल हैं, जिससे यह संदेश जाता है कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की राजनीति एकजुट है।
सलमान खुर्शीद के बयान से यह भी संकेत मिलता है कि कश्मीर को लेकर अब भारत के राजनीतिक दलों में एक नई सहमति उभर रही है, खासकर उस पृष्ठभूमि में जब भारत आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटा रहा है।