भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर सुर्खियों में छाए हुए हैं। ‘मामा’ के नाम से प्रसिद्ध शिवराज ने अपनी सबसे लोकप्रिय योजना लाड़ली बहना योजना की सफलता के बाद अब ‘लाड़ला भांजा योजना’ लाने का बड़ा वादा किया है। यह घोषणा उन्होंने रायसेन जिले में एक कॉलेज के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए की, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
बता दें कि, शिवराज सिंह चौहान को ‘मामा’ की उपाधि इसलिए मिली क्योंकि उन्होंने महिलाओं और बेटियों के कल्याण के लिए कई क्रांतिकारी योजनाएं शुरू कीं। सबसे पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना (2007) से शुरूआत हुई, जिसने बालिकाओं की शिक्षा और लिंग अनुपात में सुधार किया। उसके बाद मार्च 2023 में शुरू हुई मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना ने राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिवराज सिंह चौहान की इस योजना को भाजपा के लिए ‘गेम चेंजर’ माना जाता है, क्योंकि 2023 के विधानसभा चुनावों में महिलाओं के समर्थन से पार्टी को भारी बहुमत मिला। अब ‘लाड़ला भांजा योजना’ का वादा युवाओं को लक्षित करने वाला कदम लगता है। हालांकि योजना का विस्तृत स्वरूप अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन अनुमान है कि यह युवाओं (भांजे-भांजियों) को आर्थिक सहायता, शिक्षा या रोजगार से जुड़ी मदद प्रदान कर सकती है।
कुल मिलाकर, ‘लाड़ला भांजा योजना’ का वादा मध्य प्रदेश में कल्याणकारी योजनाओं की नई श्रृंखला शुरू कर सकता है। यदि यह लागू हुई तो युवाओं के लिए बड़ा लाभ होगा। फिलहाल यह राजनीतिक चर्चा का केंद्र बना हुआ है और आने वाले दिनों में इस पर और अपडेट्स की उम्मीद है।
