लखनऊ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भव्य राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया। यह स्थल न केवल अटल जी के जीवन, आदर्शों और नेतृत्व की विरासत को समर्पित है, बल्कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे राष्ट्रवादी विचारकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
जानकारी दे दें कि, परिसर कमल के आकार में डिजाइन किया गया है, जो भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह को भी दर्शाता है। इसमें दो मंजिला अत्याधुनिक संग्रहालय है, जिसका क्षेत्रफल 6,300 वर्गमीटर है। संग्रहालय में पांच गैलरी हैं—पहली गैलरी ओरिएंटेशन के लिए ऑडियो-विजुअल डिस्प्ले से सुसज्जित है, दूसरी भारतीय जनसंघ के गठन और यात्रा को दर्शाती है, जबकि बाकी तीन गैलरी क्रमशः मुखर्जी, उपाध्याय और वाजपेयी को समर्पित हैं।
बता दें कि, कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख नेता मौजूद थे। भाजपा ने करीब 2 लाख लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित की। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये प्रतिमाएं अपनी ऊंचाई से ज्यादा इन महान नेताओं से मिलने वाली प्रेरणा महत्वपूर्ण हैं।
गौरतलब हैं कि, राष्ट्र प्रेरणा स्थल उद्घाटन के बाद आम जनता के लिए खुल जाएगा। यह न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि युवाओं को राष्ट्रवाद, सुशासन और समर्पित नेतृत्व की सीख देगा। अटल जी की कविताओं, भाषणों और इन नेताओं के राष्ट्रवादी उद्धरणों से भरा यह परिसर भारत की सांस्कृतिक और वैचारिक विरासत को मजबूत बनाएगा।
