मुंबई। तीन बार नेशनल अवॉर्ड जीत चुकीं सुरेखा सीकरी का आज निधन हो गया. शुक्रवार की सुबह दिल का दौरा पड़ने से 75 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली.बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से बीमार चल रही थी. 2018 में सुरेखा सीकरी को पैरालाइटिक स्ट्रोक आया था. 2020 में सुरेखा सीकरी को दूसरी बार ब्रेन स्ट्रोक आया था. तभी से उनकी तबीयत खराब चल रही थी.
टीवी गलियारों में उनकी निधन की खबर से शोक की लहर है. सेलेब्स ने सुरेखा सीकरी के निधन पर दुख जताया है. सोशल मीडिया पर फैंस समेत सेलेब्स सुरेखा सीकरी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. सुरेखा सीकरी ने बालिका वधू में दादीसा का रोल किया था. इस रोल में सुरेखा को काफी पसंद किया गया था. एक्ट्रेस को उनकी दमदार अदाकारी के लिए जाना जाता था. सुरेखा का अलविदा कह जाना फिल्म-टीवी इंडस्ट्री के लिए बड़ा नुकसान है.
सुरेखा सीकरी का करियर
सुरेखा सीकरी ने थियेटर, फिल्मों और टीवी में काफी काम किया था. साल 1978 में पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म किस्सा कुर्सी का से सुरेखा ने एक्टिंग डेब्यू किया था. सुरेखा को तीन बार बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड मिला था. उन्हें ये सम्मान फिल्म तमस (1988), मम्मो (1995) और बधाई हो (2018) के लिए मिला था. नेशनल अवॉर्ड के अलावा सुरेखा ने 1 फिल्मफेयर अवॉर्ड, 1 स्क्रीन अवॉर्ड और 6 इंडियन टेलीविजन अकेडमी अवॉर्ड्स जीते थे.
सुरेखा ने हिंदी के अलावा मलयालम फिल्मों में भी काम किया था. सुरेखा के पॉपुलर शोज में परदेश में है मेरा दिल, महाकुंभ: एक रहस्य, एक कहानी, सात फेरे: सलोनी का सफर, केसर, बनेगी अपनी बात, कभी कभी, जस्ट मोहब्बत शामिल हैं. सुरेखा सरफरोश, नसीम, नजर, सरदारी बेगम, दिल्लगी, जुबैदा, रेनकोट, शीर कोरमा, घोस्ट स्टोरीज, देव डी जैसी फिल्मों में नजर आई थीं. NSD पासआउट थीं सुरेखा सीकरी
सुरेखा का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था. 1971 में सुरेखा ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ग्रेजुएशन की थी. 1989 में सुरेखा ने संगीत नाटक अकेडमी अवॉर्ड जीता था. सुरेखा के पिता एयरफोर्स में और माता टीचर थीं. सुरेखा ने हेमंत रेगे से शादी की थी. इस शादी के उनके एक बेटा है जिसका नाम राहुल सीकरी है. सुरेखा के पति हेमंत का 20 अक्टूबर 2009 में हार्ट फेल होने की वजह से निधन हुआ था.