भारत और रूस के बीच दशकों पुराने रणनीतिक रिश्ते एक बार फिर नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने वाले हैं। खबर है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 5 से 6 दिसंबर 2025 के बीच भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पुतिन के बीच होने वाली वार्षिक शिखर वार्ता का हिस्सा होगा। क्रेमलिन ने पुतिन की यात्रा की पुष्टि कर दी है और सूत्रों का कहना है कि इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर विशेष जोर रहेगा।
विदेशएशियारूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 5-6 दिसंबर को आ सकते हैं भारत, यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा की उम्मीदरूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 5-6 दिसंबर को आ सकते हैं भारत, यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा की उम्मीद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर 2025 में भारत का दौरा करेंगे। क्रेमलिन राष्ट्रपति पुतिन के दौरे की पुष्टि कर चुका है। इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वो तारीख भी सामने आ गई हैं जब पुतिन भारत आएंगे।
दो दिवसीय यात्रा या एक दिन का कार्यक्रम?
सूत्रों के अनुसार पुतिन का दौरा 5 दिसंबर को शुरू होगा, लेकिन यह अभी स्पष्ट नहीं है कि वह केवल एक दिन के लिए भारत आएंगे या फिर दो दिनों तक रुकेंगे। उनकी यात्रा से पहले रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भारत पहुंचेंगे और तैयारियों को अंतिम रूप देंगे। इस वजह से माना जा रहा है कि शिखर सम्मेलन का एजेंडा पहले से ही बेहद व्यापक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होगा।
यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा
पुतिन के इस दौरे का एक और महत्वपूर्ण पहलू है – यूक्रेन संघर्ष। अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भारत एक संतुलनकारी भूमिका निभाता आया है। भारत ने अब तक इस युद्ध में किसी भी पक्ष का खुला समर्थन नहीं किया है, बल्कि संवाद और शांति समाधान की वकालत की है।
बता दें कि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का दिसंबर 2025 का भारत दौरा सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात नहीं बल्कि द्विपक्षीय रिश्तों को नई मजबूती देने का अवसर होगा। भारत और रूस दोनों देश ऐसे समय में एक-दूसरे के और करीब आ रहे हैं जब वैश्विक परिदृश्य अस्थिर है। रक्षा से लेकर ऊर्जा और अंतरराष्ट्रीय राजनीति तक, यह शिखर सम्मेलन आने वाले वर्षों के लिए भारत-रूस साझेदारी की दिशा तय कर सकता है।
