ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया से एक रोंगटे खड़े करने वाली खबर सामने आई है। एक महिला जिसका नाम एरिन पैटरसन है, उन्होंने अपने सास-ससुर और एक रिश्तेदार को जहरीले मशरूम की खिचड़ी बनाकर खिलाई और तीन की जान ले ली! ये बात अब कोई आरोप प्रत्यारोप तक सीमित नहीं है बल्कि अदालत ने भी अब उस महिला को दोषी ठहरा दिया है
दरअसल बात 29 जुलाई 2023 की है बताया जा रहा है कि एरिन ने अपने घर में लंच का इंतजाम किया था। मेहमान थे उसके ससुर डोनाल्ड पैटरसन, सास गेल पैटरसन, गेल की बहन हीथर विल्किन्सन और हीथर के पति इयान विल्किन्सन। खाने में थी बीफ वेलिंगटन, सुनने में तो बड़ा शाही नाम लगता है, मगर उसमें डेथ कैप मशरूम का जहर घोल दिया गया था। खाना खाते ही चारों की हालत बिगड़ी—उल्टियाँ, चक्कर, और असहनीय दर्द। सबको अस्पताल ले जाया गया, मगर गेल, डोनाल्ड और हीथर तो कुछ ही दिनों में चल बसे। इयान किसी तरह बच गए, वो भी हफ्तों कोमा में रहकर।
इस घटना को लेकर एक बात जो सामने आई उसमें ये बताया जा रहा है कि एरिन और उसके पति साइमन का रिश्ता सालों से टूटा हुआ था। दोनों अलग रहते थे, और बच्चे-बच्चियों की परवरिश को लेकर तनातनी थी। अदालत में सुनवाई के दौरान ये खुलासा हुआ कि एरिन ने मेहमानों को लंच के लिए बुलाने का बहाना बनाया कि उसे कैंसर है, जो बाद में झूठ निकला। उसने जहरीले मशरूम जानबूझकर खाने में मिलाए, और खुद के लिए अलग थाली रखी। इतना ही नहीं, उसने खाना बनाने में इस्तेमाल हुआ डीहाइड्रेटर भी कूड़े में फेंक दिया और पुलिस से झूठ बोला कि उसने कभी मशरूम उगाए ही नहीं।
एरिन ने अदालत में बड़ी सफाई से कहा कि ये सब एक भयानक गलती थी। बोली, उसने गलती से जंगल से लाए जहरीले मशरूम स्टोर में खरीदे मशरूम के साथ मिला दिए। मगर जूरी को उसकी बातों पर भरोसा नहीं हुआ। नौ हफ्ते की सुनवाई, 50 से ज्यादा गवाह, और ढेर सारे सबूतों के बाद जूरी ने फैसला सुनाया—तीन हत्याओं और एक हत्या की कोशिश का दोषी माना। अब उसे उम्रकैद तक हो सकती है, सजा की तारीख बाद में तय होगी।
ये घटना सिखाती है कि घर के झगड़े-झंझट कितने भी बड़े हों, बदले की आग में किसी की जान लेना कोई रास्ता नहीं। एरिन का ये कांड तो पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है, मगर हमें ये भी याद रखना चाहिए कि इसी समाज में कानून भी है कभी भी ऐसे कदम नहीं उठाने चाहिए जिससे की किसी की जिंदगी ही दाव पर लग जाए हमेशा उचित कदम उठाने चाहिए जिसका परिणाम भी अच्छा होता है।
डेथ कैप मशरूम?
इसे दुनिया का सबसे जहरीला मशरूम कहा जाता है। इसका असली नाम है Amanita phalloides है। मगर हम गांव वालों के लिए तो भैया ये “मौत का मशरूम” ही है। क्योंकि ये खाने वाले की साँसें उखाड़ देता है।
कैसा दिखता है ये मशरूम
ये मशरूम देखने में बड़ा भोला-भाला लगता है—हल्का हरा, सफेद या पीला रंग, टोपी जैसी शक्ल, और नीचे पतली डंडी। जंगल में, पेड़ों के पास, घास में चुपके से उगता है। बाहर से देखो तो लगे जैसे कोई साधारण मशरूम हो, जो खाने में डाल दो, मगर यही इसकी चाल है। इसमें अमाटॉक्सिन नाम का जहर होता है, जो लिवर और किडनी को तहस-नहस कर देता है। खाने के 6-12 घंटे बाद इसका असर शुरू होता है—पहले उल्टियाँ, दस्त, पेट में मरोड़, फिर चक्कर और कमजोरी। अगर इलाज न हुआ, तो 2-3 दिन में लिवर फेल, किडनी खराब, और फिर… बस, खेल खत्म।
वैज्ञानिक कहते हैं, सिर्फ आधा मशरूम, यानी 30 ग्राम, एक आदमी को मौत की नींद सुलाने के लिए काफी है। हैरानी की बात तो ये है, इसका जहर पकाने, सुखाने या उबालने से भी नहीं खत्म होता है। ये मशरूम यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, और अब तो भारत के कुछ जंगलों में भी पाया जाता है। गलती से इसे खाने योग्य मशरूम समझ लेना आसान है। इसीलिए जंगल से मशरूम तोड़ने से पहले सौ बार सोचो।