नई दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में लंबे समय से चल रही राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति की चर्चाओं पर विराम लग गया है। पार्टी के संसदीय बोर्ड ने बिहार सरकार के मंत्री और पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से पांच बार के विधायक नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। 45 वर्षीय नितिन नबीन अब पार्टी के सबसे युवा कार्यकारी अध्यक्ष बन गए हैं, जो भाजपा में पीढ़ीगत बदलाव का प्रतीक माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नितिन नबीन को बधाई देते हुए कहा, “नितिन नबीन जी ने बिहार में विधायक और मंत्री के रूप में जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मेहनत की है। वे विनम्र स्वभाव और जमीनी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। उनकी ऊर्जा और समर्पण से पार्टी और मजबूत होगी।” जेपी नड्डा ने भी उन्हें युवा और ऊर्जावान नेता बताते हुए नए मानक स्थापित करने की उम्मीद जताई।
गौरतलब हैं कि, नितिन नबीन का राजनीतिक सफर बेहद प्रेरणादायक है। उनका जन्म 23 मई 1980 को रांची (अब झारखंड) में हुआ था। वे कायस्थ समुदाय से आते हैं और उनके पिता नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व विधायक थे। 2006 में पिता के निधन के बाद खाली हुई पटना पश्चिम (अब बांकीपुर) सीट पर उपचुनाव में नितिन नबीन ने भाजपा टिकट पर जीत हासिल की। तब उनकी उम्र मात्र 26 वर्ष थी। इसके बाद 2010, 2015, 2020 और 2025 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने लगातार जीत दर्ज की। कभी चुनाव नहीं हारे।
बता दें कि, यह बदलाव भाजपा की संगठनात्मक ताकत को और बढ़ाएगा। नितिन नबीन के नेतृत्व में पार्टी न केवल चुनावी सफलता बल्कि विचारधारा के विस्तार की दिशा में आगे बढ़ेगी। भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए यह संदेश है कि मेहनत और समर्पण से कोई भी शीर्ष पद तक पहुंच सकता है।
