समाचार मिर्ची

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लखनऊ। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला में मची भगदड़ के बाद लोग अपने परिजनों को खोज रहे हैं। किसी का पिता तो किसी का भाई तो किसी की मां लापता है। मुख्य धारा के मीडिया से इस तरह की खबरें लापता है। मगर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें लोग अपनो को खोज रहे हैं। लोग शारीरिक रूप से तो थके ही हैं, मानसिक रूप से भी थके और हारे नजर आ रहे हैं

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक ऐसा ही वीडियो शेयर किया है जिसमें एक महिला अपने पिता को खोज रही है। मगर घटना के दिन से अब तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है। वहीं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रदेश सरकरा पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.। उन्होंने कहा है कि “मौजूदा सरकार कहा था कि 40 करोड़ लोग आने वाले हैं, लेकिन व्यवस्था 100 करोड़ लोगों की है, लेकिन आए तो सिर्फ 40 करोड़ लोग ही हैं तो अव्यवस्था कैसे हो गई. सरकार से 5 से 10 करोड़ लोग क्यों नहीं संभाले गए.”

कफन पर लिखे नंबरों की क्या है सच्चाई?

डिजिटल साइट लल्लनटॉप से बातचीत में शंकराचार्य ने कहा, “पत्रकारों ने हमें तस्वीरें लाकर दिखाईं, लोगों पर जो कफन बंधे हुए हैं उस पर हर शव का नंबर लिखा गया है. किसी शव पर 58, किसी पर 37 तो किसी पर 64 नंबर लिखा हुआ था. 1500 लोग गायब हैं. उनको लेकर लोग परेशान हैं कि उन्हें उनके साथ वालों का पता नहीं चला.

करीब अठारह घंटे तक क्यों छिपाया मौत का आंकड़ा?

शंकराचार्य ने कहा, “ हमारा सवाल ये नहीं है कि क्या घटना हो गई है. घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारे पास रोने के अलावा कुछ नहीं है, लेकिन 18 घंटे तक सीएम योगी ने घटना को छुपाए रखा और कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें. इतनी बड़ी घटना को छिपाकर के रखा यह बहुत पीड़ाजनक बात है और इस वजह से हम अब भी उनसे आक्रोश में हैं. आपको कोई दोषी भी नहीं कह सकते, क्योंकि घटना के कारणों का पता भी नहीं चला था, लेकिन घटना को छिपाना सबसे बड़ी पीड़ा हो गई.”

क्या वाकई सीएम योगी ने तोड़ा भरोसा ?

शंकराचार्य ने बातचीत में कहा है कि, “हम हादसे को लेकर मीडिया पर नहीं, बल्कि सीएम योगी पर भरोसा कर रहे थे, क्योंकि उनके पास सबसे सटीक जानकारी होगी. हम उनके एक्स हैंडल फॉलो कर रहे थे. सीएम ने 28 जनवरी की रात मौनी अमावस्या की बधाई दी थी, इसके बाद 8 बजे सुबह उनका ट्वीट आया कि शांतिपूर्ण स्नान हो रहा है. अफवाहों पर ध्यान ना दे. हमें लगा की सीएम के खिलाफ साजिश की जा रही है, लेकिन बड़ा धोखा दिया गया.”

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