नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बड़ा कदम उठाते हुए कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई अन्य नेताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है।हम आपको बता दे कि, यह मामला कथित मनी लॉन्ड्रिंग और फर्जीवाड़े से जुड़ा है, जो 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत के बाद शुरू हुआ था।
ईडी की यह चार्जशीट दिल्ली की एक विशेष अदालत में दाखिल की गई है। इसमें कांग्रेस नेताओं पर यंग इंडिया लिमिटेड के माध्यम से एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की संपत्तियों को कथित रूप से गलत तरीके से हासिल करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यंग इंडिया में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है।
भाजपा ने इस चार्जशीट का स्वागत किया है और इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई का एक हिस्सा बताया है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने इसे सत्ताधारी दल द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का उदाहरण बताया है और आरोप लगाया है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा विपक्ष के खिलाफ की जा रही ‘बदले की राजनीति’ है।
भाजपा का हमला: “पहले से बेल पर हैं गांधी परिवार”
ये भी बता दें कि, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, “गांधी परिवार इस केस में पहले से ही बेल पर है। वही रॉबर्ट वाड्रा पहले से ही जमीन घोटाले में अभियुक्त हैं। कांग्रेस पार्टी को जब भी भ्रष्टाचार पर कार्रवाई होती है तो वह उसे बदले की राजनीति करार दे देती है, जबकि एजेंसियां तो बस अपना काम कर रही हैं।”
ये भी बताते चले कि, प्रेम शुक्ला ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस और गांधी परिवार अतीत में 2G, 4G, कोयला घोटाले सहित कई भ्रष्टाचार के मामलों में शामिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता अब इन तथ्यों से परिचित है और सच्चाई से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता।कांग्रेस की ओर से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बयान जारी करते हुए कहा, “यह एक राजकीय अपराध है जो कानून के शासन की आड़ में किया जा रहा है। कांग्रेस और उसका नेतृत्व न दबेगा, न झुकेगा और न चुप रहेगाकांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि देश की जनता इस प्रकार की राजनीति को देख रही है और इसमें व्यापक जन आक्रोश है।
उन्होंने घोषणा की कि कांग्रेस पार्टी बुधवार को सभी राज्यों की राजधानियों में ईडी कार्यालयों के बाहर और जिला स्तर पर केंद्र सरकार के कार्यालयों के सामने लोकतांत्रिक ढंग से विरोध प्रदर्शन करेगी।
इस चार्जशीट के बाद अब यह मामला 25 अप्रैल को दिल्ली की एक अदालत में सुना जाएगा। न्यायिक प्रक्रिया के अगले चरण में यह देखा जाएगा कि अदालत इन आरोपों पर क्या रुख अपनाती है और किन साक्ष्यों को जांच के लिए स्वीकार किया जाता है।
दिल्ली में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच हुई बैठक पर भी भाजपा ने निशाना साधा। प्रेम शुक्ला ने कहा कि “भ्रष्टाचार में लिप्त दो पार्टियों के गठजोड़ से जनता प्रभावित नहीं होगी। बिहार की जनता जानती है कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में मुख्य अभियुक्त हैं और केवल स्वास्थ्य कारणों से बेल पर हैं। यदि उनकी तबीयत ठीक होती, तो वे जेल में होते।”
यहां ये बता दें कि, भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में एक बार फिर एनडीए को ही स्पष्ट जनादेश मिलेगा।