पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में स्थित भारतीय दूतावास के बाहर पाकिस्तानी समर्थकों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन पर भारत ने एक तीखा और स्पष्ट संदेश दिया है। भारतीय दूतावास ने प्रदर्शन को “कायरतापूर्ण” करार देते हुए कहा कि इसका जवाब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से दिया है, और यह ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव फिर से बढ़ गया है। हालांकि दोनों देशों के बीच संघर्षविराम (सीजफायर) पर औपचारिक सहमति बनी हुई है, लेकिन जमीनी और कूटनीतिक स्तर पर बयानबाजी तेज़ हो गई है।
प्रदर्शन और भारत की प्रतिक्रिया
पुर्तगाल में पाकिस्तानी समर्थकों ने भारतीय दूतावास के सामने एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया, जिसे भारत ने ‘प्रायोजित और डरपोक गतिविधि’ बताया। इस प्रदर्शन के जवाब में भारतीय दूतावास ने अपने आधिकारिक बयान में कहा:
“हमारे चांसरी भवन के पास पाकिस्तान की तरफ से आयोजित कायरतापूर्ण विरोध प्रदर्शन का जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साथ दिया गया है। भारत ऐसी हरकतों से डरने वाला नहीं है। हमारा संकल्प अटल है।”
भारतीय दूतावास ने पुर्तगाल सरकार और वहां की पुलिस का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने दूतावास की सुरक्षा सुनिश्चित की।
‘ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है’
दूतावास द्वारा साझा की गई तस्वीरों में भारतीय मिशन भवन पर लगे पोस्टरों में साफ लिखा गया है, “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।” यह संदेश एक गहरी रणनीतिक चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है।
भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस विरोध प्रदर्शन को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पुर्तगाल में भारत के राजदूत पुनीत रॉय कुंडल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक संदेश में लिखा:
“दूतावास के बाहर पाकिस्तान द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन का हमारी ओर से जवाब मौन है, लेकिन यह एक मजबूत और दृढ़ संदेश के साथ दिया गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है। दूतावास के सभी अधिकारी इस बात पर अडिग थे।”
रक्षा मंत्री का भी आया बयान
इस मुद्दे पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दो टूक बयान दिया है। 16 मई को गुजरात के भुज एयरफोर्स स्टेशन में एयर वॉरियर्स को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा:
“‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है। जो कुछ भी हुआ, वह सिर्फ ट्रेलर था। हमने पाकिस्तान को प्रोबेशन (अवधि पर) पर रखा है। अगर उसका व्यवहार सुधरता है, तो ठीक है; नहीं तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। जब सही समय आएगा, तो हम दुनिया को पूरी तस्वीर दिखाएंगे।”
रक्षा मंत्री का यह बयान इस ओर संकेत करता है कि भारत ने रणनीतिक रूप से पाकिस्तान को चेतावनी दे दी है और भविष्य में कठोर कार्रवाई की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्या है?
हालांकि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर आधिकारिक विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन रक्षा और विदेश मामलों के विशेषज्ञ इसे भारत की हालिया आतंक विरोधी कार्रवाई के रूप में देख रहे हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा सीमापार की गई संभावित सैन्य कार्रवाई को ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कहा जा रहा है।
इस अभियान के जरिए भारत ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति अब केवल रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक और निर्णायक भी है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति
पुर्तगाल में भारतीय दूतावास द्वारा उठाए गए इस कड़े रुख से यह स्पष्ट है कि भारत अब अपने कूटनीतिक मिशनों पर हमलों या विरोध प्रदर्शनों को बर्दाश्त नहीं करेगा। शांत और मौन रहते हुए भी भारत का यह संदेश पूरी दुनिया के लिए बेहद स्पष्ट है – अब कोई भी भारत की संप्रभुता और सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं कर सकता।
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भारतीय दूतावास का यह मौन लेकिन प्रभावशाली जवाब वैश्विक मंच पर भारत की दृढ़ और सशक्त छवि को दर्शाता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तान और उसके समर्थक किस प्रकार इस संदेश को समझते हैं और उसका क्या असर पड़ता है।