श्रीनगर। आतंक मुक्त होने की दहलीज पर खड़े जम्मू-कश्मीर में खुशहाली को देख एलओसी पार गुलाम जम्मू-कश्मीर के लोगों की आंखें खुलने लगी हैं। अब वह भी आतंकी संगठनों के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं। अवामी एक्शन कमेटी नामक संगठन इस आवाज को मुखर बनाने में जुटी है।
गुलाम जम्मू-कश्मीर (PoK) में अवामी एक्शन कमेटी जिहादी संगठनो के खिलाफ अवाम को एकजुट कर रही है। यह कमेटी परिवारों को समझा रही है कि वे बच्चों को कश्मीर में जिहाद के नाम पर पाकिस्तानी सेना के झांसे में न फंसने दें। कमेटी आतंकियों के महिमामंडन वाले जलसे भी रोकने का अभियान चला रही है जिससे आतंकी संगठन परेशान हैं।
यह कमेटी स्थानीय परिवारों से संपर्क कर उन्हें समझा रही है कि वह कश्मीर में जिहाद के नाम पर बच्चों को पाकिस्तानी सेना और उसके पाले हुए संगठनों के झांसे में ना फंसने दें। यह कमेटी कश्मीर में मारे गए आतंकियों के महिमामंडन वाले जलसे रोकने का अभियान भी चला रही है। इससे आतंकी संगठनों में खलबली मच गई है।
POK पहुंचे आतंकियों के आला कमाडंर
लश्कर के कई बड़े कमांडर गुलाम जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं। यहां तक कि लंबे समय से छिपे लश्कर सरगना हाफिज सईद को भी सामने आना पड़ रहा है। आतंकी संगठनों की रैलियों के लिए पाकिस्तानी सेना, उसकी खुफिया एजेंसी और गुलाम जम्मू-कश्मीर की कठपुतली सरकार सहयोग दे रही है।
कमेटी व्यापारिक संगठनों, गुलाम जम्मू-कश्मीर की बार एसोसिएशनों, सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का साझा मंच है। कमेटी ने ही बीते वर्ष गुलाम जम्मू-कश्मीर में राशन में कमी, बिजली दर और करों में बढ़ोतरी के खिलाफ अभियान चलाया था।कमेटी ने गत नौ अप्रैल को मुजफ्फराबाद में एलान किया था कि कश्मीर में मारे गए किसी भी स्थानीय युवक के लिए किसी भी आतंकी संगठन को सार्वजनिक तौर गायबाना नमाज-ए-जनाजा और जलसा आयोजित नहीं करने दिया जाएगा। कमेटी ने जम्मू-कश्मीर में छद्म युद्ध पर रोकने की मांग की थी।
कश्मीरियों को मोहरा न बनाए पाकिस्तान’
कमेटी के नेता अजमल रशीद ने गत सप्ता’कश्मीरियों को मोहरा न बनाए पाकिस्तान’ कमेटी के नेता अजमल रशीद ने गत सप्ताह खेईगाला में कहा था पाकिस्तानी को लड़ाई लड़नी है तो वह लड़े, कश्मीरियों को मोहरा न बनाए।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने लश्कर सरगना हाफिज सईद को भी कराची और लाहौर में अगले एक माह में दो रैलियां करने और गुलाम जम्मू-कश्मीर में आतंकी कैंपों का दौरा करने के लिए कहा है।
जैश को भी इसी तरह का निर्देश दिया गया है। मौलाना मसूद अजहर के जिहादी भाषणों के ऑडियो टेप गुलाम जम्मू-कश्मीर में चलाए जा रहे हैं।ह खेईगाला में कहा था पाकिस्तानी को लड़ाई लड़नी है तो वह लड़े, कश्मीरियों को मोहरा न बनाए।
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने लश्कर सरगना हाफिज सईद को भी कराची और लाहौर में अगले एक माह में दो रैलियां करने और गुलाम जम्मू-कश्मीर में आतंकी कैंपों का दौरा करने के लिए कहा है।
जैश को भी इसी तरह का निर्देश दिया गया है। मौलाना मसूद अजहर के जिहादी भाषणों के ऑडियो टेप गुलाम जम्मू-कश्मीर में चलाए जा रहे हैं।
धमका रही पाकिस्तानी सेना
अवामी एक्शन कमेटी के अभियान को मिल रहा जनसमर्थन पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के साथ जिहादी संगठनों को अखर रहा है। इस बेचैनी में पाकिस्तानी सेना और वहां की पुलिस कमेटी के पदाधिकारियों को धमकाने पर उतर आई है।