जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदानी ने एक बड़ा बयान दिया है। मदानी ने कहा अगर कोई देश पानी रोकता है तो उसे रोकने दो। उन्होंने कहा कि नदियां हजारों सालों से बह रही हैं और सवाल किया कि आपने पानी तो रोक दिया है लेकिन इन नदियों का पानी कहां लेकर जाएंगे। मदानी के इस बयान से विरोध मच गया है कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बता दें पहलगाम हमलों के बाद, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई, भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ़ कई कदम उठाए। भारत सरकार ने 15 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया है और पाकिस्तानी उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है।
भारतीय बंदरगाहों में पाकिस्तानी जहाजों की एंट्री पर रोक
इस बीच, 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भुज में भारतीय वायु सेना की हवाई पट्टी का पुनर्निर्माण करने वाले समूह का हिस्सा रही एक महिला ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई का एलान किया है।
ए कनबाई शिवजी हिरानी का भी आया बयान
युद्ध के दौरान अपनी भूमिका को याद करते हुए कनबाई शिवजी हिरानी ने कहा, ‘रनवे को जल्द बनाना संभव नहीं था, लेकिन हमने इसे फिर से बनाकर संभव बनाया, क्योंकि यह देश का मामला था।’
उन्होंने कहा कि युद्ध में देश की जीत से उन्हें बहुत खुशी मिली, लेकिन हाल के घटनाक्रमों ने उन्हें परेशान कर दिया है। हिरानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की अपील की।
पाकिस्तान से इतना प्यार है तो…
मौलाना अरशद मदानी के बयान से सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। कई लोगों ने उनका विरोध किया है। अब ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिश राशिद ने उनके बयान पर विरोध जताया है, उन्होंने कहा-अगर पाकिस्तान से इतना प्यार है तो वहीं जाकर क्यों नहीं रहते।